Edited By Anil Kapoor,Updated: 17 Aug, 2025 02:16 PM

Ghazipur News: उत्तर प्रदेश में गाजीपुर जिले के सैदपुर महिला अस्पताल में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक महिला ने मृत बच्ची को जन्म दिया, लेकिन उसके पति ने बच्ची को अपनाने से साफ इनकार कर दिया। पति ने कहा कि बच्ची उसकी नहीं है और डीएनए जांच की मांग करते...
Ghazipur News: उत्तर प्रदेश में गाजीपुर जिले के सैदपुर महिला अस्पताल में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक महिला ने मृत बच्ची को जन्म दिया, लेकिन उसके पति ने बच्ची को अपनाने से साफ इनकार कर दिया। पति ने कहा कि बच्ची उसकी नहीं है और डीएनए जांच की मांग करते हुए अस्पताल में जमकर बवाल किया। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और आधी रात में नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना पड़ा।
क्या है पूरा मामला?
सैदपुर तहसील के बढ़िहारी गांव की रहने वाली आरती देवी की शादी दो साल पहले वाराणसी के धौरहरा निवासी धनंजय से हुई थी। शादी के कुछ ही महीनों बाद पति-पत्नी के बीच रिश्ते बिगड़ने लगे। झगड़े इस कदर बढ़े कि धनंजय ने तलाक के लिए कोर्ट में मुकदमा तक दायर कर दिया। इस बीच आरती गर्भवती हो गई, लेकिन ससुराल वालों ने उसे मायके भेज दिया। गुरुवार को आरती को प्रसव पीड़ा हुई, तो मायके वाले उसे लेकर सैदपुर के महिला अस्पताल पहुंचे। वहां दोपहर में आरती ने मृत बच्ची को जन्म दिया।
पति ने कहा: 'बच्ची मेरी नहीं है'
रात में अस्पताल पहुंचे पति धनंजय ने बच्ची का अंतिम संस्कार रुकवा दिया। उसका कहना था कि बच्ची उसकी नहीं हो सकती, क्योंकि उसका पत्नी से लंबे समय से कोई संबंध नहीं रहा। धनंजय ने आरोप लगाया कि आरती के किसी और से संबंध हो सकते हैं और बच्ची उसी की है। उसने पुलिस के सामने डीएनए टेस्ट कराने की बात कही।
पुलिस ने मामला अपने हाथ में लिया
धनंजय के इस व्यवहार पर मायके वाले काफी आहत हो गए। अस्पताल में मौजूद लोगों ने पति को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह जिद पर अड़ा रहा। आखिरकार, पुलिस को बुलाया गया और उसने नवजात बच्ची के शव को मर्चुरी भेजकर पोस्टमार्टम और डीएनए जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी।
क्या बोले लोग?
यह मामला अब इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां एक ओर लोग पति के व्यवहार को अमानवीय मान रहे हैं, वहीं कुछ का कहना है कि अगर शक है तो कानूनी तरीके से जांच होना ठीक है।