Edited By Purnima Singh,Updated: 03 Aug, 2025 06:28 PM

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां पांच बेटियों ने पिता को अनूठे ढंग से अंतिम विदाई दी है। बेटियों ने पिता का अंतिम संस्कार करने की बजाय उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए देह शरीर को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सुपुर्द कर...
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां पांच बेटियों ने पिता को अनूठे ढंग से अंतिम विदाई दी है। बेटियों ने पिता का अंतिम संस्कार करने की बजाय उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए देह शरीर को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सुपुर्द कर दिया। पांचों बेटियों ने बड़े ही धूमधाम से डफली बजाते हुए पिता को अंतिम विदाई दी। यह नजारा जिसने भी देखा उसकी आंखें नम हो गईं।
देहदान थी पिता की अंतिम इच्छा
आईआईटी कानपुर से रिटायर कामरेड आर. के. तिवारी उम्र 83 साल का शुक्रवार शाम निधन हो गया था। उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार न किया जाए, बल्कि उनके मृत शरीर का देहदान किया जाए। पिता की अंतिम इच्छा को ध्यान में रखते हुए बेटियों ने उनके शरीर का देहदान करने का फैसला लेते हुए इसकी जानकारी देहदान दधिची समिति के संस्थापक मनोज सेंगर को दी।
बेटियों ने निकाली शव यात्रा
मनोज सेंगर ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संजय काला को इस बात की जानकारी दी और फिर देहदान सेल की ओर से प्रक्रिया शुरू की गई। मृतक आरके तिवारी की बेटियों (प्रियंका, पूनम, भावना, गीतांजलि और वसुधा) ने शनिवार सुबह 9 बजे अशोक नगर स्थित आवास से शव यात्रा निकली। पांचों बेटियां पिता की अर्थी को कंधा देते हुए मेडिकल कॉलेज पहुंचीं।