कन्नौज के किशोर को कोबरा ने डसा, 76 इंजेक्शन लगे; फिर हुआ चमत्कार, जिसे देख सब रह गए दंग

Edited By Anil Kapoor,Updated: 16 Aug, 2025 07:56 AM

cobra bit a teenager from kannauj doctors gave him 76 injections

Kannauj News: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से एक चौंकाने वाली मगर राहत भरी खबर सामने आई है। जहां एक 15 साल के किशोर को कोबरा सांप ने डस लिया, लेकिन डॉक्टरों की तेजी और सही इलाज की वजह से उसकी जान बच गई। खास बात यह रही कि किशोर को बचाने के लिए...

Kannauj News: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से एक चौंकाने वाली मगर राहत भरी खबर सामने आई है। जहां एक 15 साल के किशोर को कोबरा सांप ने डस लिया, लेकिन डॉक्टरों की तेजी और सही इलाज की वजह से उसकी जान बच गई। खास बात यह रही कि किशोर को बचाने के लिए डॉक्टरों ने उसे कुल 76 एंटी-स्नेक वेनम इंजेक्शन दिए। इस घटना को लोग किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं, लेकिन असल में ये मेडिकल साइंस और डॉक्टरों की मेहनत का कमाल है।

क्या है पूरा मामला?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटना कन्नौज के उदैतापुर गांव की है। शुक्रवार को करन नाम का 15 वर्षीय लड़का लकड़ी बीनने खेत में गया था। तभी एक जहरीले कोबरा सांप ने उसे डस लिया। करन की चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़े और उन्होंने सांप को लाठी-डंडों से मार डाला। परिजनों ने बिना समय गंवाए करन को तुरंत कन्नौज के जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में मौजूद डॉ. हरि माधव यादव ने बताया कि जब करन को लाया गया, तब उसकी हालत बहुत गंभीर थी।

हर डेढ़ मिनट में एक इंजेक्शन!
डॉ. यादव ने बताया कि करन के शरीर में कोबरा का जहर बहुत तेजी से फैल रहा था। इसलिए सिर्फ 2 घंटे के अंदर उसे 76 इंजेक्शन देने पड़े। यानी लगभग हर डेढ़ मिनट में एक एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन। यह उनके करियर का अब तक का सबसे बड़ा केस था। सौभाग्य से अस्पताल में एंटी-स्नेक वेनम इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था थी, जिससे इलाज में कोई देरी नहीं हुई। फिलहाल करन की हालत स्थिर है, लेकिन उसे अभी भी डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में रखा गया है।

भाई अस्पताल लाया मरा हुआ कोबरा
इस घटना में एक और दिलचस्प बात यह रही कि करन का भाई सूरज मरे हुए कोबरा को भी डिब्बे में भरकर अस्पताल ले आया। उसका कहना था कि इससे डॉक्टरों को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि करन को किस सांप ने काटा। डॉक्टरों ने इस कदम की सराहना की और बताया कि इससे इलाज में और भी सटीकता आती है।

परिवार और गांव वालों ने डॉक्टरों को माना मसीहा
गांव में यह घटना चर्चा का विषय बन गई है। करन के परिवार ने डॉक्टरों की तत्परता और इलाज को ही करन की जिंदगी बचने का सबसे बड़ा कारण बताया। लोग कह रहे हैं कि अगर इलाज में थोड़ी भी देरी होती, तो शायद नतीजा कुछ और होता।

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!