Edited By Anil Kapoor,Updated: 13 Aug, 2025 10:07 AM

Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन से लेकर सोशल मीडिया तक सबको चौंका दिया है। शहर के गुरुधाम स्थित रामजानकी मंदिर के संस्थापक और प्रसिद्ध संत स्वामी रामकमल दास को चुनाव आयोग की वोटर...
Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन से लेकर सोशल मीडिया तक सबको चौंका दिया है। शहर के गुरुधाम स्थित रामजानकी मंदिर के संस्थापक और प्रसिद्ध संत स्वामी रामकमल दास को चुनाव आयोग की वोटर लिस्ट में 50 बेटों का पिता दिखा दिया गया है — जबकि वे अविवाहित हैं और समाज में एक संत के रूप में प्रतिष्ठित हैं।
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह गड़बड़ी उस समय सामने आई जब किसी व्यक्ति ने वोटर लिस्ट की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। लिस्ट में लिखा है कि स्वामी रामकमल दास के बेटे राघवेंद्र की उम्र 28 साल है और सबसे बड़े बेटे बनवारी दास की उम्र 72 साल! मजे की बात ये है कि स्वामी जी की खुद की उम्र इतनी नहीं है, फिर भी उनके बेटे उनसे भी ज्यादा उम्र के दिखाए गए हैं।
कैसे हुई इतनी बड़ी गलती?
यह अभी साफ नहीं है कि यह सिर्फ डेटा एंट्री की गलती है या जानबूझकर की गई गड़बड़ी। फिलहाल इस पर चुनाव आयोग की ओर से कोई आधिकारिक बयान या जांच की घोषणा नहीं की गई है।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर कड़ा हमला बोला है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा कि वाराणसी में चुनाव आयोग का एक और चमत्कार! मतदाता सूची में एक ही व्यक्ति ‘राजकमल दास’ के नाम पर 50 बेटों का रिकॉर्ड दर्ज है! क्या चुनाव आयोग इसे भी सिर्फ तकनीकी त्रुटि बताकर टाल देगा, या मानेगा कि यह खुला फर्जीवाड़ा है?" कांग्रेस का आरोप है कि यह सिर्फ साधारण गलती नहीं, बल्कि 'वोट चोरी' और 'लोकतंत्र के साथ धोखा' है।
वहीं अब इस मामले ने प्रशासन और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इस गड़बड़ी की जांच करता है या फिर इसे सामान्य त्रुटि कहकर टाल देता है।