Edited By Purnima Singh,Updated: 02 Aug, 2025 07:47 PM

उत्तर प्रदेश में बिना सूचना लगातार गैरहाजिर चल रहे चार डॉक्टरों को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर प्रमुख सचिव द्वारा बर्खास्त कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के तीन डॉक्टरों सहित कन्नौज मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के एक सहायक प्रोफेसर की...
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बिना सूचना लगातार गैरहाजिर चल रहे चार डॉक्टरों को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर प्रमुख सचिव द्वारा बर्खास्त कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के तीन डॉक्टरों सहित कन्नौज मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के एक सहायक प्रोफेसर की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। वहीं तीन अन्य डॉक्टरों पर भी कार्रवाई होने की संभावना है।
जानें कौन-कौन हुआ बर्खास्त
आपको बता दें कि पीलीभीत जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार, शाहजहांपुर के जलालाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉ. विनय कुमार सैनी और अंबेडकर नगर के डॉ. शशि भूषण डोभाल लंबे समय से लगातार गैरहाजिर चल रहे थे। डिप्टी सीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने तीनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। वहीं लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे कन्नौज राजकीय मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अवनीश कुमार सिंह की भी सेवाएं समाप्त कर दी गईं हैं।
रडार पर कई और जिम्मेदार
वहीं, तीन अन्य डॉक्टरों की भी विभागीय जांच जारी है। शुरुआती जांच में उन्हें दोषी पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को उनके खिलाफ आरोप पत्र जारी करने और विभागीय कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया गया है। मैनपुरी के किशनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की डेंटल सर्जन डॉ. राखी सोनी बिना अधिकृत अवकाश के अपनी तैनाती स्थल से अनुपस्थित पाई गईं। प्रयागराज के डिप्टी सीएमओ डॉ. आनंद सिंह और मथुरा के छाता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉ. अशोक कुमार पर गंभीर रूप से घायल मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप है। इसके अलावा राजकीय मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. डीसी श्रीवास्तव से समय पर ओपीडी न करने के आरोप में स्पष्टीकरण मांगा गया है।