Edited By Mamta Yadav,Updated: 16 Aug, 2025 05:32 PM

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में मकबरा-मंदिर विवाद को लगातार तूल दिया जा रहा है, जिसको देखते हुए विवादित मकबरे की निगरानी के लिए आसमान से लेकर ज़मीन तक सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं। जन्माष्टमी पर विवादित स्थल पर पूजा के आह्वान किया गया था।...
Fatehpur News, (मोहम्मद यूसुफ़): उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में मकबरा-मंदिर विवाद को लगातार तूल दिया जा रहा है, जिसको देखते हुए विवादित मकबरे की निगरानी के लिए आसमान से लेकर ज़मीन तक सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं। जन्माष्टमी पर विवादित स्थल पर पूजा के आह्वान किया गया था। हालांकि बाद में भाजपा नेताओं और हिन्दू संगठनों ने अपील की कि लोग अपने घरों में ही पूजा करें। लेकिन प्रशासन ने किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। जिले में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।

करीब 2 हज़ार पुलिस जवान ड्यूटी में तैनात
विवादित स्थल पर पुलिस किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं दे रही है। हालात बिगड़ने न पाएं इसके लिए पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मकबरा स्थल तक पहुँचने के रास्तों पर बैरिकेडिंग और ड्रोन कैमरों से चौकसी की जा रही है। बाँदा, चित्रकूट, करवी, रायबरेली और प्रयागराज समेत आधा दर्जन से अधिक ज़िलों से करीब 2 हज़ार पुलिस जवान ड्यूटी में तैनात किए गए हैं।

अफसर बैरिकेड्स पर खुद चेकिंग कर रहे
वहीं मीडिया को भी मकबरे से लगभग 500 मीटर पहले ही रोक दिया गया है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर लगातार गश्त कर रहे हैं और अफसर बैरिकेड्स पर खुद चेकिंग कर रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। “सुरक्षा के इतने कड़े इंतज़ाम के बावजूद अब भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। घटना को घटे चार दिन बीत चुके हैं लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। धार्मिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के नाम अब तक एफआईआर में क्यों शामिल नहीं किए गए? और कब तक प्रशासन सिर्फ सुरक्षा का हवाला देता रहेगा, जबकि कार्रवाई का इंतज़ार लोग अब भी कर रहे हैं।”