Edited By Pooja Gill,Updated: 12 Aug, 2025 09:47 AM

कानपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में स्थित एक मकबरे पर सोमवार को हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्यों ने घुसकर हंगामा किया और धार्मिक नारेबाजी की। हंगामा करने वालों का दावा था कि कई सदी पुराना नवाब...
कानपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में स्थित एक मकबरे पर सोमवार को हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्यों ने घुसकर हंगामा किया और धार्मिक नारेबाजी की। हंगामा करने वालों का दावा था कि कई सदी पुराना नवाब अबू समद का मकबरा जहां स्थित है, वहां पहले कभी मंदिर हुआ करता था। पुलिस ने इस मामले में बजरंग दल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं समेत 10 नामजद लोगों समेत 150 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मकबरे के मंदिर होने का किया दावा
घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पुलिस और सुरक्षा बलों की मौजूदगी में मकबरे के अंदर घुसकर नारेबाजी, हंगामा, तोड़फोड़ करते और भगवा झंडा फहराते नजर आ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी थी कि वह हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ 11 अगस्त को उस जगह पर पूजा-अर्चना करेंगे। उन्होंने दावा किया था कि सदियों पुराना यह ढांचा एक मंदिर है जिसमें एक 'शिवलिंग' है।
ढाँचे के अंदर त्रिशूल और कमल जैसे प्रतीक होने का दावा
फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने कहा कि वह घटना की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ''इस बात की जाँच की जा रही है कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद भीड़ मकबरे में कैसे घुस गई और कानून को अपने हाथ में कैसे ले लिया। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।'' अधिकारियों ने बताया कि इलाके में तनाव के चलते कोतवाली, राधानगर, मालवान और हुसैनगंज सहित कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गयी है। पाल ने धमकी दी थी कि अगर प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे विरोध प्रदर्शन शुरू कर देंगे। उन्होंने दावा किया था कि यह जगह 'ठाकुर जी' का मंदिर था, जिसे 'आक्रांताओं' ने मकबरे में बदल दिया था। उन्होंने दावा किया था कि ढाँचे के अंदर त्रिशूल और कमल जैसे प्रतीक हिंदू मंदिर के प्रतीक हैं और वे किसी मकबरे में कभी नहीं पाए जाते।