Edited By Pooja Gill,Updated: 24 Jan, 2023 04:35 PM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) आगामी 14 फरवरी (February 14) को औपचारिक रूप से चौधरी जयंत सिंह (Chaudhary Jayant Singh) को अपना अध्यक्ष (President) चुनेगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी...
लखनऊः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) आगामी 14 फरवरी (February 14) को औपचारिक रूप से चौधरी जयंत सिंह (Chaudhary Jayant Singh) को अपना अध्यक्ष (President) चुनेगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी (Trilok Tyagi) ने मंगलवार को कहा कि राजनीतिक दल के हर तीन साल में अध्यक्ष का चुनाव कराने की एक नियमित प्रक्रिया के तहत 14 फरवरी को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में किया जायेगा।

बता दें कि महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा कि पिछले साल 23 दिसंबर को चौधरी चरण सिंह की जयंती तक रालोद का सदस्यता अभियान चल रहा था। अब संगठन की मजबूती के लिए वृहद स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सरकार संविधान का पालन नहीं करती है और उनकी पार्टी संविधान विरोधी प्रत्येक ताकत का विरोध करती है।
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इसलिए 12 फरवरी को चौधरी अजित सिंह की जयंती से एक सप्ताह तक प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय के नेतृत्व में रालोद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गांव गांव द्वार द्वार जाकर सरकार की नाकामी को उजागर करेंगे।
सरकार ने अभी तक गन्ना मूल्य नहीं किया घोषित-त्रिलोक त्यागी
त्रिलोक त्यागी ने कहा कि मौजूदा पेराई सत्र समाप्त होने की कगार पर है मगर सरकार ने अभी तक गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया। रालोद पिछले कई महीने से किसान संदेश अभियान चला रहा है जिसमें किसानों द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम संबोधित लगभग एक लाख पत्र भेजे जा चुके हैं परन्तु अब तक गूंगी बहरी सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
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उन्होंने कहा कि चीनी मिल मालिक भाजपा (BJP) के अपने है और भाजपा उनसे धन उगाही करती है इसी कारण न तो गन्ने का बकाया भुगतान हो रहा है और न ही गन्ना मूल्य घोषित हो रहा है। सरकार ने खेती के लिए बिजली की दर चुनाव के समय आधा करने का वादा था जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया है।

सरकार छात्रों को नेता नहीं बनने देना चाहती- रालोद नेता
रालोद नेता ने कहा कि छात्रसंघों के चुनाव नहीं हो रहे हैं, जिससे स्पष्ट है कि सरकार छात्रों को नेता नहीं बनने देना चाहती। छात्र हितों की बात करने वाले छात्रों पर लाठीचार्ज किया जाता है। जिसका ज्वलंत उदाहरण इलाहाबाद विश्वविद्यालय है। प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आती जा रही है। बस में चढ़कर छात्रा को गोली मारी जा रही है। जिससे पता चल रहा है कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा में फेल हो चुकी है। इस अवसर पर छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अमन पांडेय के नेतृत्व में दर्जनों छात्र नेता रालोद में शामिल हुए।