Edited By Anil Kapoor,Updated: 26 Dec, 2025 11:50 AM
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के खत्म होते ही एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसने राजधानी को शर्मिंदा कर दिया। राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन के बाद वहां और आसपास लगाए गए सजावटी गमले लोगों द्वारा...
Lucknow News(अश्वनी कुमार सिंह): उत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के खत्म होते ही एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसने राजधानी को शर्मिंदा कर दिया। राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन के बाद वहां और आसपास लगाए गए सजावटी गमले लोगों द्वारा चोरी किए जाने लगे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ आए थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में बने राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया। इस खास मौके पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) और नगर निगम ने पूरे इलाके को सुंदर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर सजावट की थी।
सुंदरता के लिए लगाए गए थे सैकड़ों गमले
राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल, ग्रीन कॉरिडोर और वसंत कुंज रोड पर दीवारों और डिवाइडरों पर आकर्षक गमले और हैंगिंग प्लांट लगाए गए थे। इनका मकसद शहर को हराभरा और खूबसूरत दिखाना था, ताकि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान राजधानी की अच्छी छवि सामने आए।
पीएम के जाते ही शुरू हो गई चोरी
लेकिन जैसे ही प्रधानमंत्री का कार्यक्रम खत्म हुआ और वह लखनऊ से रवाना हुए, हालात बदल गए। आरोप है कि कुछ लोग दीवारों पर लगे गमलों को निकालकर अपने साथ ले जाने लगे। कोई उन्हें हाथ में लेकर जाता दिखा तो कोई दोपहिया और चारपहिया वाहनों में भरकर ले जाता नजर आया।
चंद घंटों में उजड़ गया सौंदर्यीकरण
प्रशासन ने जिन गमलों और पौधों पर लाखों रुपये खर्च किए थे, वह सजावट कुछ ही घंटों में उजड़ गई। लोगों की इस हरकत से ग्रीन कॉरिडोर की खूबसूरती पूरी तरह खत्म हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने यह दृश्य मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया।
सोशल मीडिया पर उठे सवाल
जैसे ही गमला चोरी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, लोगों ने नाराजगी जाहिर की। यूजर्स ने कहा कि एक तरफ नगर निगम शहर को सुंदर बनाने में जुटा है, वहीं कुछ लोग सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। अब सवाल उठ रहा है कि क्या गमले चोरी करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी या मामला यूं ही दब जाएगा। यह घटना न सिर्फ प्रशासन की मेहनत पर पानी फेरती है, बल्कि शहर की छवि को भी नुकसान पहुंचाती है।