Edited By Ramkesh,Updated: 17 Aug, 2025 07:00 PM

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में 'ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना' (72 टन प्रतिवर्ष क्षमता, 500 टन कार्बन उत्सर्जन की बचत) का उद्घाटन किया। उसके बाद उन्होंने एक निजी अस्पताल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि गोरखपुर में...
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में 'ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना' (72 टन प्रतिवर्ष क्षमता, 500 टन कार्बन उत्सर्जन की बचत) का उद्घाटन किया। उसके बाद उन्होंने एक निजी अस्पताल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि गोरखपुर में उच्च स्तरीय इलाज के लिए अब न तो स्पेशलिटी सुविधाओं की कमी है और न ही पैसे की। यहां सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं हैं। आम नागरिक को उसका लाभ दिलाने की प्रधानमंत्री.मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना ‘आयुष्मान' भी है। यदि किसी के इलाज में आयुष्मान योजना की राशि कम पड़ेगी तो मुख्यमंत्री राहत कोष और जनप्रतिनिधियों की निधि से उसकी भरपूर मदद की जाएगी।
इस अवसर पर उन्होंने हॉस्पिटल का निरीक्षण कर सुविधाओं का जायजा लिया और हॉस्पिटल के पेशेंट एप .रीजेंसी माई केयर. को भी लांच किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले महंगी स्वास्थ्य सुविधाएं गरीब के लिए दुर्लभ थीं पर आज सहज उपलब्ध होने लगी हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने साढ़े पांच करोड़ लोगों को आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया है। इसके आलावा जिन लोगों के पास आयुष्मान योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ नहीं है, उनके लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से है। विधायकों को भी उनकी निधि से पचीस लाख तक की सहायता इलाज के लिए देने का अधिकार दिया गया है।
योगी ने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष से भी पिछले एक वर्ष में 1100 करोड़ रुपये इलाज के लिए दिए गए हैं। पहले यह सुविधाएं नहीं थीं और अगर कुछ सुविधाएं मिलती भी थीं तो .पिक एण्ड चूज.के माध्यम से चेहरा देखकर मिलती थीं। जनता के साथ जो हर समय खड़ी हो वही सरकार है। सरकार का लक्ष्य है कि जनता को बिना भेदभाव के सभी सुविधाएं प्राप्त हों। इस अवसर पर डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल, गोरखपुर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक प्रदीप शुक्ल, सरवन निषादए राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी आदि मौजूद रहे।