Edited By Anil Kapoor,Updated: 11 Jul, 2025 07:32 AM

Shamli News: उत्तर प्रदेश में शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र में एक अजीब मामला सामने आया है। जहां एक मुस्लिम युवक भगवा वस्त्र पहनकर और खुद को हिंदू ब्राह्मण बताकर एक छोटे बच्चे के साथ हिंदू कॉलोनी में भीख मांग रहा था। जब स्थानीय लोगों को शक हुआ...
Shamli News: उत्तर प्रदेश में शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र में एक अजीब मामला सामने आया है। जहां एक मुस्लिम युवक भगवा वस्त्र पहनकर और खुद को हिंदू ब्राह्मण बताकर एक छोटे बच्चे के साथ हिंदू कॉलोनी में भीख मांग रहा था। जब स्थानीय लोगों को शक हुआ और उन्होंने पूछताछ की तो युवक की असली पहचान सामने आई।
खुद को बताया ब्राह्मण, निकला मुस्लिम
बताया गया है कि युवक ने अपना नाम सोनू, पिता का नाम रोहित और जाति उपाध्याय (ब्राह्मण) बताया। लेकिन जब लोगों ने उसकी जानकारी की जांच की और राशन कार्ड की सूची मंगवाई तो उसमें उसका असली नाम शहजाद निकला। साथ ही बच्चे का नाम भी मुस्लिम निकला। जांच में पता चला कि शहजाद थानाभवन कस्बे का रहने वाला है और बैदखेड़ी गांव में उसका ससुराल है।
स्थानीय लोगों ने किया हंगामा, पुलिस को सौंपा युवक
शहजाद की असलियत सामने आने के बाद कॉलोनी में हंगामा मच गया। लोगों ने तुरंत उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। उनका कहना था कि यह सिर्फ भीख मांगने का मामला नहीं बल्कि एक सोची-समझी योजना हो सकती है, जिसमें पहचान छिपाकर लोगों को धोखा दिया जा रहा है।
स्वामी यशवीर महाराज ने जताई नाराजगी
हिंदू संत स्वामी यशवीर महाराज ने इस घटना पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि इस तरह की हरकतों से हिंदू समाज की भावनाएं आहत होती हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग धर्म छिपाकर सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। उनका आरोप है कि ऐसे लोग दिन में भीख मांगते हैं और रात में कॉलोनी की रेकी कर अपराध को अंजाम दे सकते हैं।
एएसपी ने दिए जांच के आदेश
इस मामले पर एएसपी संतोष कुमार ने बताया कि झिंझाना थाना पुलिस को जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या यह कोई बड़ा गिरोह है जो पहचान छुपाकर इस तरह की गतिविधियों में शामिल है। उन्होंने कहा कि इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भीख मांगने का धंधा बना चिंता का विषय
प्रशासन का कहना है कि आजकल भीख मांगने का काम एक संगठित धंधा बन चुका है, जिसमें छोटे-छोटे बच्चों को भी शामिल किया जा रहा है। जिन बच्चों के हाथ में किताबें होनी चाहिए, उन्हें भीख मंगवाया जा रहा है। ऐसे लोगों को गरीब समझा जाता है, जबकि इसके पीछे एक अलग सच्चाई हो सकती है।
पहली बार नहीं है ऐसा मामला
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहला मामला नहीं है। कई बार भेष बदलकर और धर्म छिपाकर लोग कॉलोनियों में भीख मांगते हैं। इससे लोगों में अविश्वास और डर का माहौल बनता है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह के मामलों की गहराई से जांच कर सख्त कदम उठाए जाएं।