Edited By Imran,Updated: 17 Aug, 2025 02:01 PM

समाजवादी पार्टी से पूजा पाल को निकालने के बाद प्रदेश में जमकर सियासत हो रही है। सपा की बागी विधायक पाल को गुरूवार को पार्टी से निष्कासित किया गया था और शनिवार को वह सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
UP Politics: समाजवादी पार्टी से पूजा पाल को निकालने के बाद प्रदेश में जमकर सियासत हो रही है। सपा की बागी विधायक पाल को गुरूवार को पार्टी से निष्कासित किया गया था और शनिवार को वह सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
कौशांबी जिले की चायल विधानसभा सीट से विधायक पूजा पाल का यह कदम महज एक शिष्टाचार भेंट माना जाए या भविष्य की सियासी रणनीति, फिलहाल इस पर अटकलें तेज हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि क्या पूजा पाल अब भारतीय जनता पार्टी का रुख करने वाली हैं?
विधानसभा में की थी योगी आदित्यनाथ की तारीफ
गौरतलब है कि पूजा पाल के पति राजू पाल की हत्या 2005 में माफिया अतीक अहमद ने करवाई थी। जिसके बाद पूजा पाल सियासत में सक्रिय हुईं। हाल ही में उन्होंने विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कानून-व्यवस्था की नीतियों की तारीफ की थी और अतीक अहमद को माफिया कहा था। जिससे नाराज होकर सपा ने उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। जिसके बाद उनका योगी से मिलना भविष्य की संभावनाओं का संकेत माना जा रहा है।
भाजपा उठा सकती है मौके का फायदा
राजनीति नजर से देखें तो पूजा पाल भी पिछड़ी जाति से आती हैं और समाजवादी पार्टी PDA के दम पर सियासत कर रही है। पूजा पाल भाजपा में जाती हैं तो बीजेपी इस बात को लेकर सियासी फायदा उठाने की कोशिश कर सकती है। दूसरा, भाजपा को यह राजनीतिक संदेश देने का मौका मिलेगा कि वह अपराध और माफियाओं के खिलाफ खड़ी है। वहीं जानकारों का मानना है कि पूजा पाल का भाजपा में शामिल होना केवल संगठनात्मक मजबूती ही नहीं ,बल्कि भावनात्मक और सामाजिक तौर पर भी बड़ा असर डालेगा।