Edited By Ramkesh,Updated: 18 Apr, 2023 02:43 PM

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब कासिमाबाद के उपजिलाधिकारी वीर बहादुर यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में उनका शव उनके कमरे में मिला। इसकी जानकारी तब जब उनके सुरक्षाकर्मी देखा कमरे में जाकर देखा। मौके पर सुरक्षा कर्मी में मामले...
गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब कासिमाबाद के उपजिलाधिकारी वीर बहादुर यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में उनका शव उनके कमरे में मिला। इसकी जानकारी तब जब उनके सुरक्षाकर्मी देखा कमरे में जाकर देखा। मौके पर सुरक्षा कर्मी में मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। सूचना पर एसपी व सीएमओ सहित सभी आला अधिकारी पहुंचे। मौके डॉक्टरों की एक टीम बुलाई गई। जांच के बाद डॉक्टरों उन्हे मृत घोषित कर दिया। अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को मामले की जानकारी दे दी है। विधिक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजह साफ हो पाएगी।

बता दें कि वीर बहादुर यादव की 2015 बैच के पीसीएस अधिकारी थे। गाजीपुर में अतिरिक्त उपजिलाधिकारी व एसडीएम जखनिया के रूप में रह चुके थे। कौशांबी, हमीरपुर व गोंडा में उपजिलाधिकारी के रूप में सेवाएं दे चुके थे। वीर बहादुर यादव की स्नातक की पढ़ाई हरिश्चंद्र महाविद्यालय वाराणसी, स्नातकोत्तर की पढ़ाई इलाहाबाद व पीएचडी लखनऊ विश्वविद्यालय से हुई थी। वे मूलतः जौनपुर के रहने वाले थे। फिलहाल मौत की खबर सुनते ही उनके पैतृक गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।