Edited By Anil Kapoor,Updated: 30 Dec, 2025 11:44 AM

Noida News: नोएडा के सेक्टर-63 स्थित बहलोलपुर गांव में एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां झुग्गी में रहने वाला एक मासूम बच्चा गलती से पानी समझकर तेजाब पी गया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान शनिवार को बच्चे की...
Noida News: नोएडा के सेक्टर-63 स्थित बहलोलपुर गांव में एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां झुग्गी में रहने वाला एक मासूम बच्चा गलती से पानी समझकर तेजाब पी गया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान शनिवार को बच्चे की मौत हो गई। मृतक बच्चे की उम्र करीब सात साल बताई जा रही है।
पानी समझकर तेजाब पी गया मासूम
पुलिस के अनुसार, बहलोलपुर गांव की झुग्गी में हरिनारायण अपने परिवार के साथ रहते हैं। 25 दिसंबर को उनका सात साल का बेटा शिवरंजन घर के पास खेल रहा था। खेलते-खेलते उसे प्यास लगी। इसी दौरान झुग्गी के अंदर रखी एक बोतल पर उसकी नजर पड़ी। बच्चे को लगा कि बोतल में पानी है, उसने बोतल खोलकर पी लिया। लेकिन वह पानी नहीं, तेजाब था।
इलाज के दौरान तोड़ा दम, परिवार में मातम
तेजाब पीते ही शिवरंजन की हालत अचानक बिगड़ गई। उसे तेज जलन होने लगी और वह तड़पने लगा। परिजन घबरा गए और तुरंत उसे सेक्टर-24 स्थित एक अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन उसकी हालत लगातार गंभीर बनी रही। कई दिनों तक चले इलाज के बाद शनिवार को बच्चे ने दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। घर में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शनिवार को ही बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
खतरनाक लापरवाही बनी मौत की वजह
बताया जा रहा है कि शिवरंजन के पिता हरिनारायण कूड़ा बीनने का काम करते हैं। आसपास के लोगों का कहना है कि घर में तेजाब जैसी खतरनाक चीज को खुले में रखना बड़ी लापरवाही है, खासकर तब जब घर में छोटे बच्चे हों। लोगों ने इस हादसे को बेहद दुखद बताते हुए सावधानी बरतने की अपील की है। पुलिस ने मामले की जानकारी ली है और लोगों से अपील की है कि वे घर में खतरनाक रसायन या तेजाब जैसी चीजें बच्चों की पहुंच से दूर रखें, ताकि इस तरह की दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सके।