Edited By Anil Kapoor,Updated: 31 Dec, 2025 08:10 AM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में राजकीय माध्यमिक स्कूलों के लिए नया शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है। नए कैलेंडर के अनुसार वर्ष भर में कुल 365 दिनों में से 238 दिन पढ़ाई होगी, जबकि 112 दिन रविवार, त्योहार और अन्य अवकाश रहेंगे। वहीं बोर्ड परीक्षाएं...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में राजकीय माध्यमिक स्कूलों के लिए नया शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है। नए कैलेंडर के अनुसार वर्ष भर में कुल 365 दिनों में से 238 दिन पढ़ाई होगी, जबकि 112 दिन रविवार, त्योहार और अन्य अवकाश रहेंगे। वहीं बोर्ड परीक्षाएं करीब 15 दिनों तक आयोजित की जाएंगी। कैलेंडर में यह भी प्रावधान किया गया है कि विशेष परिस्थितियों में प्रधानाचार्य या प्रधानाध्यापक अपने विवेक से तीन स्थानीय छुट्टियां दे सकेंगे।
विशेष व्रत पर शिक्षिकाओं को मिलेगी छुट्टी
शिक्षिकाओं की धार्मिक आस्थाओं को ध्यान में रखते हुए खास व्यवस्था की गई है। विवाहित शिक्षिकाओं को करवा चौथ के दिन अवकाश मिलेगा। इसके अलावा हरितालिका तीज, हरियाली तीज, संकटा चतुर्थी, हलषष्ठी, ललई छठ, जिउतिया व्रत और अहोई अष्टमी जैसे व्रत रखने वाली शिक्षिकाओं को प्रार्थना पत्र देने पर दो दिन का अवकाश दिया जाएगा। यह छुट्टी विद्यालय स्तर पर प्रधानाचार्य या प्रधानाध्यापक द्वारा स्वीकृत की जाएगी।
शोक सभा को लेकर भी जारी हुई गाइडलाइन
नए निर्देशों के अनुसार विद्यालयों में शोक सभा केवल शिक्षक, कर्मचारी या छात्र-छात्रा के निधन पर ही आयोजित की जाएगी। विशेष परिस्थितियों में शोक सभा अंतिम वादन (अंतिम पीरियड) में ही आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
राष्ट्रीय पर्व और महापुरुषों के जन्मदिन पर होंगे कार्यक्रम
जिलाधिकारी के निर्देश पर स्थानीय अवकाश दिए जाएंगे। राष्ट्रीय पर्वों पर स्कूलों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही महापुरुषों, स्वतंत्रता सेनानियों, क्रांतिकारियों और समाज सुधारकों के जन्मदिन पर विद्यालयों में कम से कम एक घंटे की गोष्ठी या सेमिनार आयोजित किया जाएगा। अगर उस दिन रविवार या अवकाश पड़ता है, तो एक दिन पहले संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
26 जनवरी से पहले ‘चकाचक’ होंगे सभी परिषदीय स्कूल
नए साल में 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) से पहले उत्तर प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों को पूरी तरह चकाचक किया जाएगा।महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने इस संबंध में सभी जिलों को निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि तय समय से पहले:
- स्कूलों की साफ-सफाई पूरी की जाए
- मूलभूत सुविधाएं बेहतर की जाएं
- विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित शैक्षिक माहौल तैयार किया जाए ताकि गणतंत्र दिवस का आयोजन गरिमामय और सुरक्षित माहौल में किया जा सके।