Edited By Anil Kapoor,Updated: 30 Dec, 2025 11:03 AM

Prayagraj News: प्रयागराज में माघ मेले की तैयारियों को लेकर उस समय हलचल मच गई, जब उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अचानक निरीक्षण के लिए पहुंच गए। संगम नगरी में चल रही व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए डिप्टी सीएम उस वक्त नाराज हो गए, जब...
Prayagraj News: प्रयागराज में माघ मेले की तैयारियों को लेकर उस समय हलचल मच गई, जब उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अचानक निरीक्षण के लिए पहुंच गए। संगम नगरी में चल रही व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए डिप्टी सीएम उस वक्त नाराज हो गए, जब संगम नोज पर स्नान घाटों का काम अधूरा मिला। उनकी नाराजगी साफ तौर पर देखने को मिली। निरीक्षण के दौरान जब डिप्टी सीएम अपनी गाड़ी की ओर लौट रहे थे, तभी उन्होंने जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा से एक टिप्पणी की, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। डिप्टी सीएम ने डीएम से कहा, 'सतुआ बाबा की रोटी के चक्कर में मत पड़ो।' इस बयान को सुनकर मौके पर मौजूद लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाए, हालांकि इसके पीछे का संदेश काफी गंभीर था।
अधूरे स्नान घाट बने नाराजगी की वजह
दरअसल, संगम नोज माघ मेले का सबसे अहम स्थान माना जाता है। यहां करोड़ों श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते हैं। निरीक्षण के दौरान जब डिप्टी सीएम ने देखा कि यहां स्नान घाट अब तक पूरी तरह तैयार नहीं हैं, तो उन्होंने मौके पर मौजूद मेला अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों से सवाल-जवाब किए। उन्होंने पूछा कि जिम्मेदार अधिकारी कहां हैं। इसके बाद जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा आनन-फानन में मौके पर पहुंचे। डिप्टी सीएम ने साफ शब्दों में कहा कि माघ मेला सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि काम में देरी अब स्वीकार नहीं की जाएगी।
'सतुआ बाबा की रोटी' बयान के पीछे की कहानी
इस पूरे मामले के पीछे एक वायरल वीडियो की भी चर्चा है। कुछ दिन पहले प्रयागराज के खाक चौक इलाके में संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा के शिविर में डीएम मनीष कुमार वर्मा का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में डीएम चूल्हे पर बैठकर रोटी बनाते नजर आ रहे थे। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने इसे प्रशासन की सादगी बताया, तो कुछ ने इसे दिखावा करार दिया। यह वीडियो इतना वायरल हुआ कि इसकी चर्चा लखनऊ तक पहुंच गई। बताया जा रहा है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी यह वीडियो देखा था।
व्यवस्थाओं में संतुलन पर दिया जोर
माघ मेले के निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम ने डीएम को साफ तौर पर कहा कि किसी एक संत या शिविर पर ज्यादा ध्यान देने के बजाय सभी साधु-संतों और कल्पवासियों की मूलभूत सुविधाओं पर बराबर ध्यान दिया जाए। कई कल्पवासी ऐसे हैं, जिन्हें अब तक जमीन, बिजली, पानी और अन्य जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं। डिप्टी सीएम ने दो टूक कहा कि प्रतीकात्मक गतिविधियों से ज्यादा जरूरी है कि जमीनी स्तर पर व्यवस्थाएं मजबूत हों। उनके इस बयान को प्रशासनिक प्राथमिकताओं पर सीधी टिप्पणी के तौर पर देखा जा रहा है।
सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चा
डिप्टी सीएम का 'सतुआ बाबा की रोटी' वाला बयान अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। इस पर मीम्स भी बनाए जा रहे हैं और लोग अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसे हल्के-फुल्के अंदाज में ले रहे हैं, जबकि कुछ इसे प्रशासनिक सख्ती का संकेत मान रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में भी इस टिप्पणी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।