Edited By Ramkesh,Updated: 13 Sep, 2024 02:27 PM
हमसफर एक्सप्रेस में बच्ची से छेड़खानी का एक मामला सामने आया है, जहां पर आरोप है कि 34 साल के रेलकर्मी ने बच्ची से छेड़खानी की। उसके बाद नाराज यात्रियों और परिजनों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। उसके बाद आरोपी को कानपुर सेंट्रल पर उसे GRP के हवाले किया।...
कानपुर: हमसफर एक्सप्रेस में बच्ची से छेड़खानी का एक मामला सामने आया है, जहां पर आरोप है कि 34 साल के रेलकर्मी ने बच्ची से छेड़खानी की। उसके बाद नाराज यात्रियों और परिजनों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। उसके बाद आरोपी को कानपुर सेंट्रल पर उसे GRP के हवाले किया। कुछ घंटे बाद उसकी हालत बिगड़ गई। उसके बाद रेलवे पुलिस ने उसे हॉस्पिटल लेकर पहुंची। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक पूरी घटना बरौनी से नई दिल्ली जा रही हमसफर एक्सप्रेस (02563) की है। बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला प्रशांत कुमार (34) सीवान से दिल्ली जा रहा था। AC थर्ड इकोनॉमिक्स कोच में वह सफर कर रहा था। प्रशांत रेलवे में ग्रुप-डी में नौकरी करता था। इसी कोच में एक परिवार भी अपनी 11 साल की बच्ची के साथ था। बताया जा रहा है कि बच्ची की मां टॉयलेट के लिए गई थी इस दौरान आरोपी ने बच्ची से छेड़खानी की। जब मां बाहर आई तो पीड़ित बच्ची की चीखचीख कर रोने लगी। इस दौरान बच्ची ने मां को घटना की जानकारी दी। उसके बाद महिला ने घटना की जानकारी साथ में सफर कर रहे पति और ससुर को दी।
छेड़खानी से नाराज परिजनों और यात्रियों ने आरोपी को पीटा
नाराज पति और ससुर ने आरोपी को पीटने लगे उसके बाद कोच के सभी यात्री उसकी जमकर पिटाई शुरू कर दी। बताया जा रही है कि आरोपी को लखनऊ से कानपुर सेंट्रल तक आरोपी को खुब पीटा उसके बाद उसे कानपुर रेलवे पुलिस को सौंप दिया। जहां पर उसकी हालत बिगड़ गई । उसके बाद से आनन- फानन में अस्पताल पहुंचा गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने दर्ज किया था पॉक्सो एक्ट के तहत केस
रेलवे पुलिस के मुताबिक आरोपी को कानपुर सेंट्रल पर यात्रियों और परिजनों ने सौंपा था। उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया। उसके बाद आरोपी की तबियित बिगड़ गई। इलाज के लिए उसके अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर उसकी मौत हो गई। विधिक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटनास्थल लखनऊ का ऐशबाग था, इसलिए मुकदमे को ट्रांसफर कर दिया।
जनरल टिकट पर AC में कर रहा था सफर
GRP की पड़ताल में पता चला कि प्रशांत जनरल टिकट पर हमसफर एक्सप्रेस के AC कोच में सफर कर रहा था। बच्ची के परिजनों ने बताया कि वह TTE की दी हुई सीट नंबर 11 पर बैठा था। प्रशांत को अपने पिता एस कुमार की मौत के बाद मृतक आश्रित में नौकरी मिली। वह मूलरूप से समस्तीपुर बिहार का रहने वाला था। निजी काम से नई दिल्ली जा रहा था। फिलहाल मृतक प्रशांत के चाचा आर सिंह कानपुर पहुंचे। पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर पोस्टमार्टम करवाया गया। उसके बाद शव को सौंप दिया गया।