Edited By Pooja Gill,Updated: 01 Sep, 2024 10:33 AM
Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद रिश्वतखोरी का एक नया मामला सामने आया है। यहां ठाकुरद्वारा एसडीएम के बाबू को किसान से 50 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। उसे एंटी करप्शन विजिलेंस टीम ने शनिवार को रंगे हाथों...
Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद रिश्वतखोरी का एक नया मामला सामने आया है। यहां ठाकुरद्वारा एसडीएम के बाबू को किसान से 50 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। उसे एंटी करप्शन विजिलेंस टीम ने शनिवार को रंगे हाथों पकड़ा और गिरफ्तार कर लिया। बाबू की गिरफ्तारी से अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
स्टेनो ने काम करने की एवज़ में ली रिश्वत
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो विजिलेंस टीम ने ठाकुरद्वारा एसडीएम के बाबू सचिन शर्मा को काम करने की एवज़ में किसान से 50 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। बताया गया है कि विजिलेंस टीम को एसडीएम ठाकुरद्वारा कार्यालय में रिश्वतखोरी के संबंध में लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं। इसी लिए विजिलेंस टीम रिश्वतखोरी के मामलों की जांच कर रही थी और स्टेनो को रंगे हाथों पकड़ लिया।
पिछले कई दिनों से नजर रख रही थी टीम
शिकायतों का संज्ञान लेते हुए एंटी करप्शन टीम द्वारा एसडीएम ठाकुरद्वारा कार्यालय पर पिछले कई दिनों से बराबर नजर रखी जा रही थी। इसी दौरान एक शिकायतकर्ता शनिवार सुबह जब एसडीएम कार्यालय में पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद कार्यालय में तैनात बाबू सचिन शर्मा को टेबल के नीचे से हाथ बढ़ा कर 50 हज़ार रुपये नोटों की गड्डी थमा दी। इस दौरान दफ्तर के ईद-गिर्द किसान वेषभूषा में मौके की तलाश में जुटी विजिलेंस टीम ने बाबू सचिन शर्मा को रंगे हाथों पकड़ लिया। विजिलेंस टीम आरोपी को बरेली ले गई है। रिश्वत लेने के आरोपी बाबू के ख़लिाफ़ कानूनी कार्रवाई की गई है।
यह भी पढ़ेंः सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार, पूरे राज्य में फैला हुआ था इस रैकेट का जाल
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में यूपी एसटीएफ को शनिवार को उस समय बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब सिपाही भर्ती परीक्षा के अंतिम दिन सॉल्वर गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को थाना मानिकपुर क्षेत्र से रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया गया। यह गैंग अभ्यर्थियों को बरगलाने का काम करता था। वे परीक्षार्थियों को यह विश्वास दिलाते थे कि उनके पेपर को एक एक्सपर्ट सॉल्व करेगा, जिससे उनकी नौकरी पक्की हो जाएगी। इसके बदले में ये गैंग भारी रकम वसूलता था।