Edited By Imran,Updated: 10 Feb, 2024 01:11 PM
उत्तराखंड के हल्द्वानी हुई हिंसा के बाद सभी राजनेता अपने हिसाब से राजनीतिक रोटियां सेकने में लगे हुए हैं। वहीं, हल्द्वानी हिंसा का असर सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के बरेली में देखने को मिल रहा है। दरअसल, आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा कि ने...
Bareilly News: उत्तराखंड के हल्द्वानी हुई हिंसा के बाद सभी राजनेता अपने हिसाब से राजनीतिक रोटियां सेकने में लगे हुए हैं। वहीं, हल्द्वानी हिंसा का असर सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के बरेली में देखने को मिल रहा है। दरअसल, आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा कि ने कहा है कि हमें बहुत छेड़ा गया है, अब छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं।
आपको बता दें कि बरेली में विवादित बयान देने वाले IMC (इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल) अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा कि जुल्म और ज्यादती की हद हो गई है। अगर हुकूमत दंगा-फसाद कराना चाहती है तो हम तैयार हैं। शुक्रवार को बिहारीपुर करोलान स्थित संगठन के एक पदाधिकारी के आवास पर मौलाना मीडिया से रूबरू हुए। इसके साथ ही उन्होंने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल पर पाबंदी लगाने की मांग भी की।
तौकीर रजा ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनके द्वारा चलाया गया जेल भरो आंदोलन में आ रहे उनके समर्थकों को जगह-जगह रोका गया। उनमें खौफ पैदा करने की कोशिश की गई। यह जुल्म और ज्यादती है। हम गिरफ्तारी का एलान कर हुकूमत को यह दिखाना चाहते थे कि हमें परेशान न करो। हमारे सब्र का लावा फटेगा तो ठीक नहीं होगा। यह प्रदर्शन भी इसीलिए था कि प्रेशर कुकर की तरह जो गैस भर चुकी है, उसे बाइपास कर दिया जाए। हमने सेफ्टी वॉल्व का काम किया है, क्योंकि हम अमन चाहते हैं।
'हिंदुस्तान की रग में मुसलमान बसा हुआ है'
मौलाना तौकीर रजा ने सरकार से सवाल करते हुए यह भी कहा कि मुसलमानों से नफरत क्यों करते हो। हिंदुस्तान की रग में मुसलमान बसा हुआ है। नसों से खून खींच दोगे तो बचेगा क्या? इसके साथ ही उन्होंने मुफ्ती सलमान अजहरी को रिहा करने की मांग भी उठाई।
धामी की संपत्ति से हो हल्द्वानी के नुकसान की भरपाई : मौलाना
उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा को लेकर मौलाना तौकीर रजा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह गरजते हुए दिखे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते नरेंद्र सिंह मोदी ने गुजरात में दंगा कराया, वह प्रधानमंत्री बन गए। इसी लिए धामी भी सोच रहे हैं कि वह भी प्रधानमंत्री बन जाएं। वहां जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई धामी की संपत्ति से की जाए। सुप्रीम कोर्ट को बुलडोजर के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। देश में अमन बनाए रखना है तो बुलडोजर को रोकना जरूरी है।