Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 Feb, 2020 01:19 PM
राम मंदिर ट्रस्ट के गठन का ऐलान कर दिया गया है। जिसमें कुल 15 लाेग शामिल हैं। जिन लाेगाें का नाम लिस्ट में है वह सरकार की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं लेकिन जिनका नाम नहीं है वह विराेध में खड़े हाे गए हैं। ऐसा ही मामला राम जन्मभूमि न्यास के...
अयोध्याः राम मंदिर ट्रस्ट के गठन का ऐलान कर दिया गया है। जिसमें कुल 15 लाेग शामिल हैं। जिन लाेगाें का नाम लिस्ट में है वह सरकार की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं लेकिन जिनका नाम नहीं है वह विराेध में खड़े हाे गए हैं। ऐसा ही मामला राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास काे लेकर सामने आया है। जिनका नाम लिस्ट में न हाेने की वजह से संतों ने केंद्र सरकार के निर्णय का विरोध किया है। इसके लिए संतों ने आज दोपहर 3 बजे मणिराम दास छावनी में बैठक बुलाई है।
जिन्होंने कुर्बानी दी, उनका नामोनिशान नहीं-नृत्य गोपालदास
इस बारे में राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास ने कहा कि ट्रस्ट के माध्यम से संत महंतों का अपमान किया गया है। जिन्होंने पूरे जीवन की कुर्बानी दे दी है। उनका ट्रस्ट में कहीं कोई नामोनिशान नहीं है।
'हम इस ट्रस्ट को मानने के लिए तैयार नहीं'
वहीं महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास ने कहा कि हम इस ट्रस्ट को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। इस ट्रस्ट में वैष्णव समाज के संतों का अपमान किया गया है। जो राम मंदिर आंदोलन के लगे रहे और कुर्बानी दी उनको ट्रस्ट से दूर रखा गया है।
राजनीतिक व्यक्ति का ट्रस्ट से कोई वास्ता नहीं- कमल नयन दास
अमित पर भड़ास निकालते हुए कमल नयन दास ने कहा कि ट्रस्ट में अयोध्या राजपरिवार के विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा को शामिल किया है। जबकि, ये राजनीतिक व्यक्ति हैं। बसपा के टिकट पर लड़े हैं। राम जन्मभूमि आंदोलन से इनका कोई वास्ता नहीं है। पूरे देश में संत समाज करेगा इसका विरोध करेगा।