Edited By Purnima Singh,Updated: 28 Jun, 2025 12:33 PM

उत्तर प्रदेश के इटावा के सहसों थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक किशोरी ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। घटना के बाद किशोरी को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया .....
इटावा (अरवीन) : उत्तर प्रदेश के इटावा के सहसों थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक किशोरी ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। घटना के बाद किशोरी को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां हालत नाजुक होने पर उसे सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए रेफर कर दिया गया।
किशोरी ने किया आत्मदाह का प्रयास
इटावा में किशोरी मनचले से इस कदर परेशान हो गई कि उसने अपनी जीवन लीला खत्म करने का फैसला किया लेकिन किस्मत ने उसका साथ दिया और उसकी जान बच गई। दरअसल पूरा मामला सहसों थाना क्षेत्र के ग्राम हनुमंतपुरा का है। घर पर उस समय अचानक से हड़कंप मच गया। जब एक किशोरी ने मनचले से परेशान होकर खुद के ऊपर जुलनशील पदार्थ डाल लिया और आग लगा ली। आसपास के लोगों ने किशोरी को आग से बचाया और तुरंत नजदीकी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां पर डॉक्टर के द्वारा उसका इलाज किया गया।
लंबे समय से मनचला कर रहा था परेशान
बुरी तरीके से जल चुकी किशोरी ने जानकारी देते हुए बताया कि उसको शिवम उर्फ लालू गुर्जर लंबे समय से परेशान कर रहा था। इस मामले में मेरे पिता ने लड़के को कई बार समझाया, लेकिन वह नहीं समझा और उसके बाद मुझे जान से मारने की धमकी देने लगा। वह लगातार मेरा पीछा कर रहा था और मुझे परेशान कर रहा था।
पुलिस आरोपी को पकड़ने में रही असफल
शिवम गुर्जर को लेकर थाने में शिकायत की गई, लेकिन पुलिस उसको नहीं पकड़ पाई। आरोपी मुझे धमकियां दे रहा था। जिससे परेशान होकर मैंने खुद अपने आप को आग लगा ली। इस घटना के बाद किशोरी बुरी तरीके से जल गई। किशोरी का बेहतर इलाज हो सके इसको लेकर जिला अस्पताल के डॉक्टर ने उसे सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए रेफर कर दिया। किशोरी ने मांग की है कि आरोपी को गिरफ्तार किया जाए और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
डिप्रेशन में चल रही थी किशोरी
पीड़ित किशोरी के पिता हरविन्द ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरी बेटी को पड़ोस में रहने वाला शिवम गुर्जर परेशान कर रहा था। उसने मेरी बेटी को एक कीपैड मोबाइल दिया था और कहा था कि अगर उसने मुझसे बात नहीं की तो तुम्हारे पिता और भाई को जान से मरवा दिया जाएगा। जिसके डर से मेरी बेटी लड़के से बात कर रही थी। जब मुझे इस बात का पता चला तो इस बारे में पुलिस से शिकायत की गई। पुलिस आरोपी को पकड़ने पहुंची लेकिन वह फरार हो गया। इसी वजह से मेरी बेटी काफी परेशान चल रही थी और उसने डिप्रेशन में चलने के बाद इतना बड़ा कदम उठाया।