Edited By Imran,Updated: 26 May, 2025 12:39 PM

उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। संभावना जताई जा रही है कि यह चुनाव अगले साल अप्रैल -मई में हो सकती है। इसी बीच खबर आ रही है कि भाजपा के सहयोगी निषाद पार्टी ने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अपने दम पर लड़ने का ऐलान...
UP Panchayat Election: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। संभावना जताई जा रही है कि यह चुनाव अगले साल अप्रैल -मई में हो सकती है। इसी बीच खबर आ रही है कि भाजपा के सहयोगी निषाद पार्टी ने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अपने दम पर लड़ने का ऐलान किया है।
खबरों के मुताबिक निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के मत्स्य पालन मंत्री संजय कुमार निषाद ने रविवार को एक कार्यक्रम में ऐलान किया है कि आगामी पंचायत चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं रहेगा। निषाद पार्टी अपने संगठनात्मक विस्तार के लिए स्वतंत्र रूप से चुनाव मैदान में उतरेगी। मंत्री संजय निषाद ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हर गांव, हर वार्ड और हर बूथ पर निषाद पार्टी का झंडा लहराना है। उन्होंने इसे पार्टी के जनाधार को मजबूत करने का सुनहरा अवसर बताया और कहा कि पंचायत चुनावों में सफलता पार्टी को 2027 के विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका दिला सकती है।
इन जातियों को SC में शामिल कराने की मांग
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कार्यक्रम के दौरान जातिवार जनगणना को लेकर भी सरकार से स्पष्ट नीति की मांग की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह केवल आंकड़ों का विषय नहीं बल्कि हक और प्रतिनिधित्व की लड़ाई है। जब तक मछुआरा समुदाय की सटीक गिनती नहीं होती, तब तक उन्हें योजनाओं में उचित भागीदारी नहीं मिल पाएगा।
अनुसूचित जाति (SC) में शामिल करने की मांग दोहराई
उन्होंने मझवार, तुरहा, तारमाली, पासी, शिल्पकार सहित 17 उपजातियों को अनुसूचित जाति (SC) में शामिल करने की मांग दोहराई। संजय निषाद ने कहा कि इन उप समुदायों को तत्काल अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से हटाकर अनुसूचित जातियों में शामिल किया जाए, जिससे उन्हें आरक्षण और कल्याण योजनाओं का सीधा लाभ मिल सके।
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उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जिलाध्यक्ष का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें नोटिस जारी कर 7 दिनों के अंदर जवाब मांगा है। अब इस मामले में एक नया मोड सामने आया है। वीडियो में दिख रही महिला अब सामने आई है। उसने छपिया थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा कि वीडियो को तोड़-मरोड़ कर वायरल किया गया है। इसका मकसद उसे और भाजपा नेता को बदनाम करना है।
'बड़े भाई जैसे हैं बीजेपी नेता'
वायरल वीडियो में दिख रही महिला का कहना है कि ''यह वीडियो राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। उन्होंने तहरीर में आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर उनकी और भाजपा जिलाध्यक्ष की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। महिला ने साफ किया कि अमर किशोर कश्यप उनके लिए बड़े भाई जैसे हैं।