अब फर्जी वोट डालना नामुमकिन! UP पंचायत चुनाव में फेस रिकग्निशन से होगी पहचान—दूसरे की जगह वोट डालते ही पकड़े जाएंगे

Edited By Anil Kapoor,Updated: 19 Dec, 2025 10:50 AM

fake voting is over face identification will be mandatory in up panchayat elect

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़े और अहम फैसले लिए हैं। फर्जी मतदान को पूरी तरह रोकने के लिए इस बार चुनाव में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। आयोग ने साफ किया है कि......

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़े और अहम फैसले लिए हैं। फर्जी मतदान को पूरी तरह रोकने के लिए इस बार चुनाव में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। आयोग ने साफ किया है कि अब हर मतदाता की चेहरे से पहचान (फेशियल रिकग्निशन) की जाएगी और हर वोटर को एक अलग स्टेट वोटर नंबर दिया जाएगा।

फेसियल रिकग्निशन से होगी पहचान
लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य निर्वाचन आयुक्त आर.पी. सिंह ने बताया कि यह चुनाव प्रक्रिया में अब तक का सबसे बड़ा बदलाव होगा। हर मतदान केंद्र पर वोट डालने आए व्यक्ति के चेहरे की पहचान की जाएगी। अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे के नाम पर वोट डालने की कोशिश करेगा, तो सिस्टम तुरंत उसे पकड़ लेगा। इससे फर्जी मतदान की संभावना लगभग खत्म हो जाएगी।

हर मतदाता को मिलेगा स्टेट वोटर नंबर
चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार पंचायत चुनाव में हर मतदाता को एक यूनिक स्टेट वोटर नंबर दिया जाएगा। इस नंबर से मतदाता का पूरा रिकॉर्ड जुड़ा रहेगा। अगर किसी व्यक्ति का नाम गलती से दो अलग-अलग जगहों की वोटर लिस्ट में दर्ज होगा, तो स्टेट वोटर नंबर से उसकी पहचान तुरंत हो जाएगी और गड़बड़ी को ठीक किया जा सकेगा।

मतदाताओं की संख्या में बड़ा इजाफा
मतदाता सूची के पुनरीक्षण के दौरान इस बार बड़ी संख्या में बदलाव हुए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, 1 करोड़ 81 लाख 96 हजार 367 नए मतदाताओं को जोड़ा गया है। 1 करोड़ 41 लाख 76 हजार 809 अयोग्य मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। इस तरह फाइनल सूची में कुल 40 लाख 19 हजार 558 मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई है, जो पिछली सूची के मुकाबले करीब 3.2 प्रतिशत ज्यादा है।

23 दिसंबर को जारी होगी फाइनल वोटर लिस्ट
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि 23 दिसंबर को फाइनल वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट जारी किया जाएगा। इसके बाद मतदाता अपना नाम सूची में जांच सकेंगे। अगर किसी तरह की गलती या आपत्ति होगी, तो उसे दर्ज कराया जा सकेगा। नाम हटने या जुड़ने से जुड़ी सभी शिकायतों का निस्तारण किया जाएगा। कुल मिलाकर, यूपी पंचायत चुनाव में इस बार तकनीक के जरिए पारदर्शिता बढ़ाने और फर्जी मतदान पर पूरी तरह लगाम लगाने की तैयारी की गई है।
 

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