Edited By Anil Kapoor,Updated: 29 Dec, 2025 06:44 AM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में बढ़ती ठंड और शीतलहर को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी तरह सतर्क हो गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि ठंड के कारण आम लोगों को किसी भी तरह की परेशानी ना होने पाए। इसके लिए प्रशासन को हर समय...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में बढ़ती ठंड और शीतलहर को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी तरह सतर्क हो गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि ठंड के कारण आम लोगों को किसी भी तरह की परेशानी ना होने पाए। इसके लिए प्रशासन को हर समय अलर्ट रहने और जमीनी स्तर पर लगातार काम करने को कहा गया है। सीएम योगी ने सभी जिलों के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार दौरा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि ठंड से जुड़े इंतजामों की खुद निगरानी की जा सके और किसी भी तरह की लापरवाही ना हो।
बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता, 1 जनवरी तक स्कूल बंद
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने आदेश दिया है कि प्रदेश में कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल 1 जनवरी तक बंद रहेंगे। यह आदेश यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड से संचालित सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होगा। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
ठंड से बचाव के लिए कंबल और अलाव की सख्त व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि हर जिले में ठंड से बचाव के पूरे इंतजाम किए जाएं। जरूरतमंद लोगों को कंबल बांटे जाएं और प्रमुख सड़कों, चौराहों व सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
खुले में सोने पर रोक, रैन बसेरों को पूरी तरह तैयार रखने के निर्देश
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने खुले में सोने वाले लोगों को लेकर भी सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे न सोए। इसके लिए सभी रैन बसेरों को पूरी तरह तैयार रखा जाए। रैन बसेरों में साफ-सफाई, गर्म बिस्तर, पीने का साफ पानी और अन्य जरूरी सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं। सीएम योगी ने स्पष्ट कहा कि ठंड के मौसम में किसी की जान जोखिम में न पड़े, यह प्रशासन की जिम्मेदारी है। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि शीतलहर से निपटने के लिए सरकार की सभी योजनाएं ज़मीन पर सही तरीके से लागू हों।