Edited By Anil Kapoor,Updated: 16 May, 2019 10:53 AM
एक दलित दूल्हे और उसके रिश्तेदारों को मंदिर जाने से रोके जाने का मामला सामने आया है। दलितों का आरोप है कि बारात में जाने से पहले दूल्हा भगवान का आशीर्वाद लेना चाहता था लेकिन ऊंची जाति के लोगों ने उसे मंदिर जाने से रोका।
अमरोहा: एक दलित दूल्हे और उसके रिश्तेदारों को मंदिर जाने से रोके जाने का मामला सामने आया है। दलितों का आरोप है कि बारात में जाने से पहले दूल्हा भगवान का आशीर्वाद लेना चाहता था लेकिन ऊंची जाति के लोगों ने उसे मंदिर जाने से रोका। दूल्हे को मंदिर में ना जाने देने के बाद इलाके में तनाव हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में इस तरह की यह पहली घटना है। दूल्हे के पिता की ओर से इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन्होंने दी गई तहरीर में कहा है कि ऊंची जाति के लोगों ने ना सिर्फ उन लोगों का रास्ता रोका बल्कि दूल्हे के गले में पड़ी रुपयों की माला और उसकी सोने की अंगूठी भी छीनने की कोशिश की। यह घटना अमरोहा जिले के हसनपुर थानांतर्गत मकनपुर सुमाली गांव की है।
गांववासी शोभित जाटव की बारात जानी थी। पुलिस ने बताया कि रामवतार सिंह, रामनिवास, बंटी और अंकित, इसके अलावा गांव के अज्ञात लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है। सभी आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं। हसनपुर थाने के एसएचओ संजय प्रताप सिंह ने बताया कि 2 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि मामला 2 परिवारों के बीच विवाद का है। इसे बेवजह जातीय हिंसा के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।