Edited By Anil Kapoor,Updated: 28 Jun, 2025 02:44 PM

Rampur News: उत्तर प्रदेश में रामपुर जिले के खजुरिया थाना क्षेत्र के गांव धावनी बुजुर्ग के मजरा कंचनपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां की रहने वाली विमलेश नाम की महिला ने अपने ही पति देवकी नंदन की मौत का कारण बन गई। पुलिस पूछताछ में...
Rampur News: उत्तर प्रदेश में रामपुर जिले के खजुरिया थाना क्षेत्र के गांव धावनी बुजुर्ग के मजरा कंचनपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां की रहने वाली विमलेश नाम की महिला ने अपने ही पति देवकी नंदन की मौत का कारण बन गई। पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया कि उसका पति रोज शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता था और वह इससे बेहद परेशान थी।
रोज-रोज की मारपीट से थी परेशान
पुलिस के मुताबिक, देवकी नंदन मजदूरी करता था और शराब पीने का आदी था। वह आए दिन शराब के नशे में पत्नी को पीटता था। इसी बात से तंग आकर विमलेश ने उसे 'सबक सिखाने' की सोची।
शराब में मिलाई नींद की गोलियां
घटना 21 जून की शाम की है। उस दिन देवकी नंदन शराब और चिकन लेकर घर आया। थोड़ी देर बाद वह आधी बोतल शराब पीकर बाहर चला गया। इसी दौरान विमलेश ने बची हुई शराब में नींद की 4 गोलियां मिला दीं। जब पति वापस आया, तो उसने वही शराब पी ली। थोड़ी देर में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई।
देवर ने दी पुलिस को जानकारी
घटना की जानकारी सबसे पहले मृतक के छोटे भाई गंगाराम को हुई। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी और अपनी भाभी विमलेश पर हत्या का आरोप लगाया।
पुलिस ने की गिरफ्तारी, मिला सबूत
थाना खजुरिया के प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि पुलिस ने अगले दिन सुबह विमलेश को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। जांच के दौरान पुलिस को उसके बेडरूम से अल्प्राजोलम नाम की नींद की गोलियां भी मिलीं। पुलिस के अनुसार, ये गोलियां विमलेश ने 10 दिन पहले अपने पति से ही मंगवाई थीं।
हत्या नहीं, सिर्फ सुलाना चाहती थी
विमलेश ने पुलिस को बताया कि उसका इरादा अपने पति को मारने का नहीं था। वह सिर्फ चाहती थी कि पति जल्दी सो जाए और उससे झगड़ा ना करे। इसलिए उसने नींद की गोलियां शराब में मिलाईं, लेकिन गलती से पति की जान चली गई।
अब बेटा हुआ अनाथ
विमलेश को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि उनका ढाई साल का बेटा हितेश अब किसके साथ रहेगा। पिता की मौत और मां के जेल चले जाने के बाद बच्चा अब दादी मालदेई के पास रह रहा है।
गांव में मातम का माहौल
पूरे गांव में इस घटना के बाद शोक का माहौल है। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते दोनों के बीच समझौता कराया जाता, तो शायद यह घटना टल सकती थी। अब एक मासूम बच्चा इसका सबसे बड़ा पीड़ित बन गया है।