Edited By Anil Kapoor,Updated: 21 Mar, 2025 09:54 AM

Agra News: उत्तर प्रदेश में आगरा के वृद्धाश्रम में गुरुवार का दिन खास था। वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के लिए यह दिन खुशी और उल्लास से भरा हुआ था। शहनाई की आवाज सुनाई दी, बारात निकली और बुजुर्गों के चेहरे पर खुशी की चमक आ गई। यह सब हुआ, 66...
Agra News: उत्तर प्रदेश में आगरा के वृद्धाश्रम में गुरुवार का दिन खास था। वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के लिए यह दिन खुशी और उल्लास से भरा हुआ था। शहनाई की आवाज सुनाई दी, बारात निकली और बुजुर्गों के चेहरे पर खुशी की चमक आ गई। यह सब हुआ, 66 वर्षीय मुन्नालाल की शादी के कारण, जिन्होंने 57 वर्षीय प्रमिला को अपनी जीवन साथी बना लिया।
90 वर्षीय मां की आंखों में छलके आंसू
मिली जानकारी के मुताबिक, मुन्नालाल के 90 वर्षीय मां की आखिरी ख्वाहिश थी कि उनका बेटा शादी करे और घर में खुशियां लौटे। मां के लिए यह दिन खास बन गया, जब मुन्नालाल ने प्रमिला से शादी कर दी। अम्मा की आंखों में आंसू थे, लेकिन यह खुशी के आंसू थे। उन्होंने कहा कि आज मेरे जीवन का सबसे बड़ा दिन है, मेरी बहू आ गई।रामलाल वृद्धाश्रम में 321 से ज्यादा बुजुर्ग रहते हैं, लेकिन इस दिन सभी के चेहरों पर मुस्कान थी।
मुन्नालाल ने कभी नहीं की थी शादी
बताया जा रहा है कि जालौन के रहने वाले 66 वर्षीय मुन्नालाल अपने एकाकी जीवन से परेशान होकर अपनी 90 वर्षीय मां के साथ वृद्धाश्रम में रहने आ गए थे। मुन्नालाल ने कई बार अपनी मां से शादी के बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने कभी शादी नहीं की। हालांकि, वृद्धाश्रम में रहने के बाद उन्हें एक नया परिवार मिल गया था, जो उन्हें अपनों जैसा महसूस कराता था।
प्रमिला का दर्दनाक अतीत
वृद्धाश्रम में एक और महिला, 57 वर्षीय प्रमिला, भी आई थीं, जिनकी कहानी काफी दर्दनाक थी। प्रमिला का पति और दोनों बेटियां पहले ही गुजर चुके थे, और परिवार वालों ने उनकी संपत्ति छीनकर उन्हें घर से बाहर निकाल दिया था। अपनों द्वारा तिरस्कृत प्रमिला ने वृद्धाश्रम में शरण ली। यहां उनकी मुलाकात मुन्नालाल की मां से हुई, और धीरे-धीरे उनके बीच एक रिश्ते की शुरुआत हुई। प्रमिला ने अपनी मां की सेवा करना शुरू किया और दोनों का साथ बढ़ता गया।
सामाजिक संस्था ने की शादी की पूरी व्यवस्था
आगरा विकास मंच नामक एक सामाजिक संस्था ने इस शादी को विशेष बनाने के लिए हर संभव व्यवस्था की। संस्था ने दूल्हा-दुल्हन के जोड़े से लेकर बारात और विवाह के सभी रस्मों का आयोजन किया। गुरुवार को सुबह 10 बजे से बारात निकली और विवाह की सारी परंपराएं पूरी की गईं। आश्रम के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने दुल्हन प्रमिला के पिता के रूप में कन्यादान किया।