Edited By Anil Kapoor,Updated: 24 Dec, 2025 10:34 AM

Unnao News: उन्नाव रेप केस में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद पीड़िता के परिवार का दर्द एक बार फिर सामने आ गया है। जमानत की खबर सुनते ही पीड़िता की बहन ने कहा कि वह इस फैसले से बिल्कुल...
Unnao News: उन्नाव रेप केस में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद पीड़िता के परिवार का दर्द एक बार फिर सामने आ गया है। जमानत की खबर सुनते ही पीड़िता की बहन ने कहा कि वह इस फैसले से बिल्कुल खुश नहीं है और आज भी उनका पूरा परिवार डर के साए में जी रहा है। पीड़िता की बहन ने कहा, “उसने पहले मेरे बड़े पापा को मारा, फिर मेरे पिता की जान गई और उसके बाद मेरी बहन के साथ इतना बड़ा अपराध हुआ। अब उसे जमानत मिल गई है, लेकिन हम अब भी सुरक्षित नहीं हैं। कौन जानता है कि बाहर आने के बाद वह हमारे साथ क्या कर सकता है। हमें डर है कि वह हमें और हमारे पूरे परिवार को मरवा सकता है।”
'अगर उसे बाहर रखना है, तो हमें जेल में डाल दीजिए'
पीड़िता की बहन ने कहा कि उनका परिवार पहले ही बहुत कुछ खो चुका है। पिता की मौत, रिश्तेदारों पर हमले और लगातार मिल रही धमकियों ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया है। उसने भावुक होते हुए कहा, “अगर उसे बाहर ही रखना है, तो हमें जेल में डाल दीजिए। कम से कम हमारी जान तो सुरक्षित रहेगी। घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं, एक छोटा भाई है। हर दिन यही डर लगा रहता है कि कहीं कुछ अनहोनी न हो जाए।”
अब भी मिल रही हैं धमकियां
परिवार का आरोप है कि कुलदीप सेंगर से जुड़े लोग आज भी खुलेआम धमकियां दे रहे हैं। उनका कहना है कि कई लोग यह कहते हुए घूम रहे हैं कि “अब वह वापस आ रहा है, तुम हमारा क्या कर लोगे।” परिवार का दावा है कि उन्हें पहले भी धमकियां मिलती रही हैं, लेकिन जमानत के आदेश के बाद डर और ज्यादा बढ़ गया है।
इंडिया गेट पर प्रदर्शन, पुलिस ने हटाया
इसी डर और विरोध के बीच पीड़िता, उनकी मां और महिला अधिकार कार्यकर्ता योगिता भायना ने दिल्ली के इंडिया गेट के पास शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। उनका उद्देश्य दिल्ली हाईकोर्ट के उस आदेश का विरोध करना था, जिसमें कुलदीप सेंगर की उम्रकैद की सजा को निलंबित किया गया है। प्रदर्शन के दौरान पीड़िता की मां ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए सालों तक संघर्ष किया, लेकिन जमानत मिलने से उनका भरोसा फिर से डगमगा गया है। हालांकि, यह प्रदर्शन ज्यादा देर तक नहीं चल सका और दिल्ली पुलिस ने सभी को वहां से हटा दिया।
सख्त शर्तों के साथ मिली जमानत
दिल्ली हाईकोर्ट ने कुलदीप सिंह सेंगर को सशर्त जमानत दी है। अदालत ने 15 लाख रुपये के निजी मुचलके और उतनी ही राशि के जमानती की शर्त रखी है। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिए हैं कि:-
- सेंगर पीड़िता के 5 किलोमीटर के दायरे में नहीं आएगा
- जमानत के दौरान उसे दिल्ली में ही रहना होगा
- हर सोमवार पुलिस के सामने हाजिरी लगानी होगी
- पीड़िता या उसके परिवार को किसी भी तरह से धमकी नहीं देगा
- पासपोर्ट निचली अदालत में जमा करेगा
- किसी भी शर्त के उल्लंघन पर जमानत तुरंत रद्द की जा सकती है
यह जमानत तब तक प्रभावी रहेगी, जब तक हाईकोर्ट उसकी अपील पर अंतिम फैसला नहीं सुना देता।
फिलहाल जेल से रिहाई नहीं
हालांकि जमानत मिलने के बावजूद कुलदीप सेंगर की तुरंत रिहाई संभव नहीं है। वह पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में भी दोषी है और उस केस में 10 साल की सजा काट रहा है। इसी वजह से वह फिलहाल जेल में ही रहेगा, लेकिन सजा निलंबन का आदेश पीड़िता के परिवार के लिए बड़ी चिंता बना हुआ है।