Edited By Anil Kapoor,Updated: 13 Dec, 2025 08:01 AM

Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। जहां खेलते समय मूंगफली का एक दाना 4 साल की मासूम बच्ची की सांस की नली में फंस गया, जिससे उसकी जान चली गई। बच्ची को अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई, लेकिन रास्ते में...
Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। जहां खेलते समय मूंगफली का एक दाना 4 साल की मासूम बच्ची की सांस की नली में फंस गया, जिससे उसकी जान चली गई। बच्ची को अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इस हादसे के बाद पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह मामला जहानगंज थाना क्षेत्र के रूनी चुरसाई गांव का है। जहां के रहने वाले अर्जुन कठेरिया की 4 साल की बेटी पलक घर में खेल रही थी। इसी दौरान उसने अपने बड़े भाई से मूंगफली का एक दाना लिया और उसे मुंह में रख लिया। जैसे ही उसने दाना खाया, वह उसकी श्वास नली में अटक गया और बच्ची को सांस लेने में दिक्कत होने लगी।
बेहोश हुई बच्ची, परिजन घबरा गए
बताया जा रहा है कि दाना गले में फंसते ही पलक धीरे-धीरे बेहोश होने लगी। बच्ची की हालत बिगड़ती देख परिजन घबरा गए। मां रेनू ने तुरंत अपने स्तर पर मूंगफली का दाना निकालने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सकीं। इसके बाद बच्ची को आनन-फानन में राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची की सांसें थम चुकी थीं। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजन बच्ची का शव लेकर घर लौट आए, जहां रो-रोकर सभी का बुरा हाल है।
घर में पसरा मातम
चार साल की पलक की अचानक मौत से गांव में भी शोक का माहौल है। मासूम की हंसी-खुशी पलभर में मातम में बदल गई। परिवार के लोग इस सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं।
डॉक्टरों की सलाह: छोटे बच्चों पर रखें खास नजर
इस घटना के बाद विशेषज्ञों ने माता-पिता से अपील की है कि छोटे बच्चों पर हमेशा नजर रखें। बच्चों को मूंगफली, चना, अंगूर जैसे दानेदार और सख्त खाद्य पदार्थ सीधे न दें। अगर ऐसी चीजें खिलानी हों तो उन्हें अच्छी तरह कुचलकर या छोटे टुकड़ों में काटकर ही खिलाएं। डॉक्टरों का कहना है कि अगर किसी बच्चे के गले में कुछ फंस जाए और वह सांस न ले पा रहा हो, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं। समय पर सही कदम उठाने से ऐसे हादसों से बचा जा सकता है।