Edited By Purnima Singh,Updated: 16 Dec, 2025 07:20 PM

उत्तर प्रदेश में मऊ जिले की महिला थाने की प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) का एक भाई-बहन को प्रेमी-प्रेमिका समझ कर नैतिकता का पाठ पढ़ाने का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक (एसपी) इलामारन जी ने उनका तबादला कर दिया है और उन्हें...
मऊ : उत्तर प्रदेश में मऊ जिले की महिला थाने की प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) का एक भाई-बहन को प्रेमी-प्रेमिका समझ कर नैतिकता का पाठ पढ़ाने का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक (एसपी) इलामारन जी ने उनका तबादला कर दिया है और उन्हें आधिकारिक चेतावनी भी दी गई है। एसपी इलामारन जी ने मीडिया को बताया कि महिला थाने की एसएचओ मंजू सिंह का तबादला कर दिया गया है।
एसपी ने क्या कहा
उन्होंने कहा, "हम सभी पुलिस कर्मियों को जनता के साथ उनके व्यवहार के बारे में संवेदनशील बना रहे हैं और काउंसलिंग कर रहे हैं।" पुलिस सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार के ‘मिशन शक्ति अभियान' के तहत लोगों को जागरूक करने के दौरान एसएचओ मंजू सिंह ने गाजीपुर जिले से यहां माता शीतला देवी मंदिर में दर्शन करने आये एक भाई-बहन को प्रेमी-प्रेमिका समझ लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार मंजू सिंह ने युवक और दो युवतियों को हिदायत देनी शुरू की और बातचीत के दौरान यह भी कहा कि “मंदिर में घूमने आओ तो अभिभावक के साथ आया करो।”
वीडियो वायरल होने के बाद एक्शन
सूत्रों के अनुसार अधिकारी ने लड़कियों में से एक से उसके पिता का फोन नंबर मांगा और उसकी पहचान सत्यापित करने के लिए उनसे बात की। सूत्रों के अनुसार उन्होंने उसके साथ आए युवक से भी पूछताछ की, शुरू में यह मानने से इनकार कर दिया कि वह उसका भाई या परिवार का सदस्य है। सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया पर सामने आये एक वीडियो के अनुसार, फोन पर बातचीत के बाद यह पुष्टि हुई कि दोनों भाई-बहन थे। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद, वीडियो में एसएचओ लड़की को "अभिभावक के बिना" सार्वजनिक जगहों पर ना घूमने की सलाह देते हुए और उसके पिता से फोन पर यह कहते हुए सुनाई दीं कि वे अपने बच्चों को "अभिभावकों के बिना" बाहर ना भेजें।
सोशल मीडिया पर पुलिस की हुई किरकिरी
इस वीडियो से सोशल मीडिया मंच पर आलोचना हुई, जिसमें उपयोगकर्ताओं ने पुलिस पर महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर हद पार करने और अनावश्यक नैतिकता का पाठ पढ़ाने का आरोप लगाया। महिला एसएचओ का किसी ने वीडियो बना लिया जो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया। सोशल मीडिया पर पुलिस की किरकिरी शुरू हो गई। इसका संज्ञान अधिकारियों ने भी लिया। मामले का संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अनूप कुमार ने कहा कि कोई अपराध नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को बिना वजह सलाह देने या अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर काम करने के खिलाफ चेतावनी दी गई है।
पूरे जिले में पुलिस को संवेदनशील बनाया जाएगा- एएसपी
उन्होंने कहा कि कुछ पुलिसकर्मी "नैतिक कर्तव्य" मान लेते हैं और बिना मांगे सलाह देते हैं और यह भी कहा कि सार्वजनिक जगहों पर आने वाले जोड़ों को भी बिना किसी ठोस कारण के रोका नहीं जा सकता। कुमार ने कहा, "पूरे जिले में पुलिस को संवेदनशील बनाया जाएगा। उन्हें अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर कोई काम नहीं करना चाहिए। मेरे ऑफिस से एक चेतावनी जारी की जाएगी।" पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भाई बालिग है जबकि बहन नाबालिग है। उन्होंने बताया कि गाजीपुर की उनकी एक चचेरी बहन भी उनके साथ मंदिर में आई थी।