Edited By Anil Kapoor,Updated: 06 Jul, 2025 07:01 AM

Pratapgarh News: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में मोहर्रम के मौके पर शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। कुंडा क्षेत्र में जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह को नजरबंद (हाउस अरेस्ट) कर...
Pratapgarh News: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में मोहर्रम के मौके पर शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। कुंडा क्षेत्र में जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह को नजरबंद (हाउस अरेस्ट) कर दिया गया है। उनके साथ 13 और लोगों को भी नजरबंद किया गया है। इसके अलावा जिलेभर में 1000 से ज्यादा लोगों पर पाबंदी लगाई गई है
भदरी महल के बाहर पुलिस तैनात, ड्रोन से निगरानी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई एसडीएम कुंडा के आदेश पर की गई है। भदरी महल के गेट पर प्रशासन ने नोटिस चस्पा किया है और महल के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। इसके साथ ही इलाके में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है ताकि किसी तरह की गड़बड़ी ना हो।
क्या है विवाद की वजह?
यह विवाद साल 2012 से चला आ रहा है। कुंडा के शेखपुर गांव में एक बंदर की मौत के बाद गांव वालों ने वहां हनुमान मंदिर बना दिया। इसके बाद राजा उदय प्रताप सिंह ने हर साल मोहर्रम की 10वीं तारीख को हनुमान पाठ और भंडारे का आयोजन शुरू कर दिया। शुरुआत में 2013 और 2014 में भंडारा और मोहर्रम का जुलूस एक साथ शांतिपूर्ण ढंग से हुए, लेकिन 2015 में मुस्लिम समुदाय ने इसका विरोध किया और ताजिया उठाने से मना कर दिया। इसके बाद प्रशासन ने हालात संभालते हुए अगले दिन ताजिया दफन करवाया।
2016 से लेकर अब तक 8 बार नजरबंद
2016 में प्रशासन ने भंडारे की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद राजा उदय प्रताप सिंह और प्रशासन के बीच तनाव बढ़ गया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा, लेकिन कोर्ट ने अंतिम फैसला जिलाधिकारी (DM) के विवेक पर छोड़ दिया। तब से लेकर अब तक राजा उदय प्रताप सिंह को 8 बार नजरबंद किया जा चुका है। इस साल 2025 में भी मोहर्रम से एक दिन पहले उन्हें फिर से नजरबंद किया गया है।
समर्थकों में नाराजगी
राजा उदय प्रताप सिंह के समर्थक नाराज हैं। उनका कहना है कि हर साल सिर्फ भंडारे को लेकर कार्रवाई की जाती है, जबकि वे शांतिपूर्वक आयोजन करते हैं। उधर, एसपी प्रतापगढ़ का कहना है कि ये कदम सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए उठाया गया है। शेखपुर गांव में इस बार भी PAC और पुलिस बल तैनात है और पूरे क्षेत्र में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। प्रशासन की कोशिश है कि मोहर्रम का जुलूस शांति से पूरा हो और किसी भी प्रकार की हिंसा या विवाद ना हो।