Edited By Mamta Yadav,Updated: 15 Jul, 2025 05:17 PM

लखनऊ में स्कूलों के विलय के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। अपना दल कमेरावादी कि अध्यक्ष पल्लवी पटेल और कार्यकर्ताओं ने इसके खिलाफ प्रदर्शन और हंगामा किया। नावेल्टी चौराहे से विधानसभा की ओर बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर...
Lucknow News, (अनिल सैनी): लखनऊ में स्कूलों के विलय के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। अपना दल कमेरावादी कि अध्यक्ष पल्लवी पटेल और कार्यकर्ताओं ने इसके खिलाफ प्रदर्शन और हंगामा किया। नावेल्टी चौराहे से विधानसभा की ओर बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोका। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस से नोकझोंक हुई। पल्लवी पटेल ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया।

लोकतंत्र के अधिकारों को शोषितों और वंचितों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा
पल्लवी पटेल ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र और संविधान यह कहता है कि इस देश के हर नागरिक को शिक्षा मिले। योग्यता और प्रतिभा के हिसाब से उसे रोजगार दिया जाए लेकिन जिस प्रकार से मौजूदा सरकार की नीति है उस से यह स्पष्ट है हो रहा है कि लोकतंत्र के अधिकारों को शोषितों और वंचितों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है।
पहले सरकारी संस्थाओं को घाटे का सौदा बताते हुए भर्ती रोकी...
पटेल ने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है यह योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। सबसे पहले सरकारी संस्थाओं को घाटे का सौदा बताते हुए भर्ती रोक दी गई। उसके बाद निजीकरण का जुमला देते हुए ठेके/पट्टे पर चलाया जा रहा है। अब दूसरी कड़ी में शिक्षा के अधिकारों को चकनाचूर किया जा रहा है। 27746 परिषदीय स्कूलों को बंद किया जा रहा है। जो प्राथमिक स्कूल गांव में है उसमें गरीबों के बच्चे पढ़ने जाते हैं। सरकार का ये फैसला राइट टू एजुकेशन के खिलाफ है।