Edited By Mamta Yadav,Updated: 19 Aug, 2025 08:07 PM

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी चरम पर है जबकि किसानों को फसलों के लिए खाद नहीं मिल रही है।
Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी चरम पर है जबकि किसानों को फसलों के लिए खाद नहीं मिल रही है।
कई जिलों में सहकारी समितियों पर महीनों खाद की कमी की खबरें सामने आ रही
सपा अध्यक्ष ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश में खाद का भारी संकट है। जब से भाजपा सत्ता में आयी है किसान यूरिया खाद से लेकर डीएपी खाद के लिए परेशान है। भ्रष्टाचार, लूट, बेईमानी चरम पर है। धान और अन्य फसलों के लिए पहले किसानों को डीएपी और यूरिया नहीं मिली, अब भी फसलों में छिड़काव के लिए यूरिया नहीं मिल पा रही है। खाद को लेकर किसान जगह-जगह धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर है। भाजपा सरकार किसानों के लिए बोझ बन गयी है। उन्होंने कहा कि कई जिलों में सहकारी समितियों पर महीनों खाद की कमी की खबरें सामने आ रही है। खाद के लिए किसान लाइनों में लग रहे हैं उन्हें खाद के बजाय लाठियां मिल रही है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार किसानों को खाद, बीज, पानी की सुविधा देने में पूरी तरह फेल हो चुकी है। लखनऊ, अयोध्या, सुल्तानपुर, श्रावस्ती, सोनभद्र सहित तमाम जिलों में किसान अभी भी खाद के लिए भटक रहे है। प्रदर्शन कर रहे है। खाद के लिए घंटों लम्बी-लम्बी लाइनों में लग रहे है लेकिन किसानों को खाद नहीं मिल रही है।
धान, गेहूं, गन्ना, आलू, मक्का, हर फसल का किसान परेशान
सपा मुखिया ने कहा कि इस वर्ष तो खरीफ की फसल की शुरूआत से ही खाद को लेकर मारामारी है। इसके पहले किसानों को गेंहू, चना, सरसों, आलू के लिए डीएपी और यूरिया नहीं मिल पायी। भाजपा सरकार में फैले भ्रष्टाचार के मकड़जाल में खाद, बीज सब लूट लिया जा रहा है। सरकार बेईमानी और लूट रोकने में पूरी तरह विफल है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार किसानों को धोखे पर धोखा दे रही है। झूठे वादे करती है। कोई वादा पूरा नहीं करती है। भाजपा सरकार अकर्मण्यता की शिकार है। यह सरकार समय से कोई तैयारी नहीं करती है। भाजपा सरकार ने किसानों के साथ छल किया है। पहले किसानों को खाद नहीं दे पाती, उसके बाद किसानों की फसलों को सही मूल्य नहीं दिला पाती है। धान, गेहूं, गन्ना, आलू, मक्का, हर फसल का किसान परेशान हैं किसानों की कहीं कोई सुनवाई नहीं है। उनकी दुर्दशा हो रही है।