Edited By Ramkesh,Updated: 20 Aug, 2025 01:06 PM

जिले में बदमाशों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सदर कोतवाली क्षेत्र के अमरजई में दिनदहाड़े घर में घुसकर बदमाशों ने 60 वर्षीय महिला पर हमला कर घायल करते हुए लाखों के गहने लूट ले गए। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। दोपहर करीब 12:30...
फतेहपुर (मोहम्मद यूसुफ): जिले में बदमाशों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सदर कोतवाली क्षेत्र के अमरजई में दिनदहाड़े घर में घुसकर बदमाशों ने 60 वर्षीय महिला पर हमला कर घायल करते हुए लाखों के गहने लूट ले गए। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। दोपहर करीब 12:30 बजे की यह घटना है।
हथियार के बल पर बदमाशों ने महिलाओं से गहने उतरवा
परिजनों के मुताबिक बदमाश मीटर चेकिंग कर्मी बनकर घर में दाखिल हुए। घर के अंदर मौजूद महिलाओं को दबाव में लेने के लिए मासूम बच्चे को बंधक बना लिया गया। इसके बाद बदमाशों ने महिलाओं से सारे गहने उतरवा लिए और लाखों के जेवर लेकर फरार हो गए। वहीं विरोध करने पर 60 वर्षीय आशा सिंह को बदमाशों ने हथियार से हमला कर घायल कर दिया । आनन-फानन में परिजनों ने घायल महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
दिनदहाड़े हुई वारदात से दहशत में लोग
इलाके में सनसनी फैल गई। बदमाशों की इस दुस्साहसिक वारदात ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मंदिर–मकबरा विवाद को लेकर सैकड़ों पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात हैं, लेकिन आम लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दी गई है। वहीं पुलिस गश्त की सुस्ती ने बदमाशों के हौसले और बुलंद कर दिए हैं।
फिलहाल पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच की बात कर रही है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस अब अपनी कहानी गढ़ रही है। बड़ा सवाल यह है कि आखिर जब पुलिस हर विवादित स्थल पर तैनात है तो आम जनता की सुरक्षा कौन करेगा?