Edited By Pooja Gill,Updated: 19 Jun, 2025 09:38 AM

UP News: उत्तर प्रदेश में भेड़िए, तेंदुए, सियार और लोमड़ी जैसे जंगली जानवरों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे है। बीते दिनों भेड़िए के हमले से एक बच्चे और महिला की मौत हो गई। इन हमलों से लोगों में दहशत का माहौल है...
UP News: उत्तर प्रदेश में भेड़िए, तेंदुए, सियार और लोमड़ी जैसे जंगली जानवरों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे है। बीते दिनों भेड़िए के हमले से एक बच्चे और महिला की मौत हो गई। इन हमलों से लोगों में दहशत का माहौल है। इसी बीच योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले के मुताबिक, अब लोमड़ी और सियार के काटने से मौत होने पर पीड़ितों को चार लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। इसके आलावा बाघ, शेर, तेंदुआ, भेड़िया समेत 11 जानवरों के हमले से भी मौत होने पर मुआवजा मिलेगा।
राज्य आपदा की श्रेणी में11 वन्यजीव शामिल
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने लोमड़ी और सियार के हमले से होने वाली मौत को राज्य आपदा घोषित कर दिया है।इनके हमले से अगर किसी की जान चली जाती है तो सरकार पीड़ित परिवार को चार लाख का मुआवजा देगी। राज्य आपदा की इस श्रेणी में कुल 11 वन्यजीव शामिल कर लिए गए हैं।
श्रेणी-1 और श्रेणी-2 में रखे गए जानवर
यूपी में बाघ, शेर, तेंदुआ, भेड़िया, लकड़बग्घा, मगरमच्छ, हाथी, गैंडा और जंगली सुअर इन सभी जानवरों को मानव-वन्यजीव संघर्ष की श्रेणी-1 में रखा गया है। इन जानवरों के हमले से जनहानि होने पर पांच लाख का मुआवजा दिया जाता है। वहीं, अब सियार और लोमड़ी के भी बढ़ते हमलों को देखते हुए इन्हें भी मानव-वन्यजीव संघर्ष की श्रेणी- 2 में रखा गया है।
इन घटनाओं को किया जा चुका राज्य आपदा घोषित
प्रदेश में होने वाली बेमौसम भारी बारिश, अतिवृष्टि, आकाशीय बिजली, आंधी, तूफान, लू प्रकोप, नाव दुर्घटना, सर्पदंश, सीवर सफाई, गैस रिसाव, बोरवेल में गिरने से हादसा, नाला, गड्ढा, जल प्रपात, कुंआ, नदी, झील, तालाब, पोखर, नहर में डूबने से मौत और नीलगाय और सांड से टकरा कर हुए हादसे को राज्य आपदा घोषित किया जा चुका है। फिलहाल, मधुमक्खी के हमले से होने वाली मौत को भी राज्य आपदा में शामिल नहीं किया गया।