Edited By Anil Kapoor,Updated: 01 Apr, 2023 04:34 PM

वृंदावन (Vrindavan) स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) में शनिवार से फूल बंगले (Phool Bungalow) बनने शुरू हो गए हैं। भगवान बांके बिहारी को गर्मी से राहत दिलाने के लिए फूल बंगला (Phool Bungalow) बनना शुरू....
मथुरा(मदन सारस्वत): वृंदावन (Vrindavan) स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) में शनिवार से फूल बंगले (Phool Bungalow) बनने शुरू हो गए हैं। भगवान बांके बिहारी को गर्मी से राहत दिलाने के लिए फूल बंगला (Phool Bungalow) बनना शुरू हो गया है। 108 दिन में 216 फूल बंगले बनाए जाएंगे। बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) में चैत्र एकादशी से फूल बंगला बनना शुरू होता है और सावन से हरियाली अमावस्या तक चलते हैं।
सुबह-शाम भगवान बांके बिहारी जी के लिए अलग-अलग बनाए जाते हैं फूल बंगले
गर्मियों में भगवान बांके बिहारी फूल बंगले जिन्हें पुराने समय में लता पताओं से बनी कुंज कहा जाता था में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देते हैं। आकर्षण रूप से प्रतिदिन सुबह-शाम भगवान बांके बिहारी जी के लिए अलग-अलग फूल बंगले बनाए जाते हैं। देशी विदेशी फूलों से बने बंगले में विराजमान अपने आराध्य के दर्शन के लिए भक्त ललाईत रहते हैं। बांके बिहारी मंदिर में बनने वाले फूल बंगले एक से एक आकर्षण होते हैं। फूल बंगले बनाने के लिए कई तरह के फूल लगते हैं यहां छोटे से छोटे फूल बंगले में कम से कम 3000 किलो फूलों का प्रयोग किया जाता है जिसमें 600 किलो बेला 200 किलो गुलाब 200 किलो कनेर 500 किलो गेंदा के अलावा 1000 विदेशी फूलों होते हैं।

फूल बंगले के लिए कारीगर प्रतिदिन 6 से 8 घंटे करते हैं मेहनत
बांके बिहारी मंदिर में बनने वाले एक फूल बंगले के लिए कारीगर प्रतिदिन 6 से 8 घंटे मेहनत करते हैं। 40 से ज्यादा कारीगर सुबह के फूल बंगले के लिए रात में और शाम के फूल बंगले के लिए दोपहर में तैयारी करते हैं। इसके बाद बांके बिहारी के लिए फूल बंगला बनकर तैयार होता है। बांके बिहारी जी के बनने वाले फूल बंगलों के लिए प्रतिदिन देश के अलग-अलग शहरों से फूल आता है। 30% फूलों की सप्लाई मथुरा वृंदावन से की जाती है तो बाकी फूल दिल्ली कोलकाता बेंगलुरु आदि जगहों से आता है। बाहर से आने वाले फूलों में ज्यादातर विदेशी फूल होता है जिसमें रजनीगंधा, विदेशी गुलाब गुलदाबरी जैसे फूल होते हैं।