Edited By Anil Kapoor,Updated: 02 Jul, 2025 10:47 AM

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक महिला की मौत ऐसे हालात में हो गई, जिसमें वह तांत्रिक से ठगी की शिकायत करने के बाद पुलिस चौकी में धमकाने के कारण सदमे में चली गई थी। महिला के पति ने आरोप लगाया है...
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक महिला की मौत ऐसे हालात में हो गई, जिसमें वह तांत्रिक से ठगी की शिकायत करने के बाद पुलिस चौकी में धमकाने के कारण सदमे में चली गई थी। महिला के पति ने आरोप लगाया है कि तांत्रिक जुबेर और चौकी प्रभारी दारोगा अनुज कटियार के बीच मिलीभगत थी, जिससे उनकी पत्नी को न्याय नहीं मिला और उसकी जान चली गई।
इलाज के नाम पर तांत्रिक ने ठगे 2.25 लाख, शिकायत पर दारोगा ने चौकी में दी धमकी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मृतका सीमा खान काफी समय से बीमार थीं। इलाज के नाम पर तांत्रिक जुबेर ने उनसे करीब सवा 2 लाख रुपए ठग लिए। जब इलाज का कोई फायदा नहीं हुआ, तो 18 मई को इरशाद पठान ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। मामले की जांच के लिए माधवपुरम पुलिस चौकी प्रभारी अनुज कटियार को जिम्मेदारी दी गई। लेकिन 2 जून को जब सीमा खान को चौकी बुलाया गया, तो वहां दारोगा अनुज कटियार ने महिला को डांटा-फटकारा और तांत्रिक जुबेर का पक्ष लिया। यहां तक कि महिला को जेल भेजने की धमकी तक दी गई। दारोगा ने महिला की तबीयत बिगड़ने पर उसे ड्रामा बताया और फिर और भी ज्यादा धमकाया। चौकी से लौटने के बाद महिला की हालत और खराब हो गई, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। 13 जून को इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।
फोन कॉल और व्हाट्सऐप से तांत्रिक से मिलीभगत का आरोप, SSP ने दिए जांच के आदेश
इसी बीच, महिला के पति इरशाद पठान ने यह भी आरोप लगाया कि चौकी प्रभारी और तांत्रिक जुबेर के बीच फोन और व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क था। इरशाद का कहना है कि इन कॉल डिटेल्स से उनकी मिलीभगत साबित होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि दारोगा ने तांत्रिक से सेटिंग कर उनकी पत्नी को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी। पीड़ित परिवार ने एसएसपी को शिकायत पत्र देकर न्याय की मांग की है। इस मामले में एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने जांच के आदेश जारी कर कड़ा रुख अपनाने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। यह मामला मेरठ पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ा चुनौती बन गया है और पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।