Edited By Mamta Yadav,Updated: 03 Jul, 2025 01:59 AM

जनपद सोनभद्र के दुद्धि कोतवाली से एक ऐसा मामला प्रकाश मे आया है जहाँ माँ को डायन कहकर मारा पीटा व प्रताड़ित किया जाता है। अंधविश्वास के नाम पर हो रहे अत्याचार से आजीज आकर 13 वर्ष की नाबालिग बच्ची 13 किलोमीटर से पैदल चलकर इसकी शिकायत स्थानीय कोतवाली...
Sonbhadra News, (विष्णु गुप्ता): जनपद सोनभद्र के दुद्धि कोतवाली से एक ऐसा मामला प्रकाश मे आया है जहाँ माँ को डायन कहकर मारा पीटा व प्रताड़ित किया जाता है। अंधविश्वास के नाम पर हो रहे अत्याचार से आजीज आकर 13 वर्ष की नाबालिग बच्ची 13 किलोमीटर से पैदल चलकर इसकी शिकायत स्थानीय कोतवाली में की। बता दें कि सोनभद्र जिले के दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा ने अपनी मां को अंधविश्वास के नाम पर हो रहे अत्याचार से बचाने के लिए खुद 13 किलोमीटर पैदल चलकर थाने पहुंची। पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई।

"साहब, मेरी मां को डायन कहते हैं"
थाने पहुंचते ही बच्ची फूट-फूटकर रो पड़ी और पुलिसकर्मियों से बोली "साहब, मेरी चाची, मां को डायन कहती है, गालियां देती है और मारती है। मैंने विरोध किया तो मुझे भी पीटा गया।" बच्ची की मार्मिक अपील सुनकर पुलिसकर्मी भी स्तब्ध रह गए। बच्ची ने सारी घटना लिखित में पुलिस को सौंपी।

चाची और पट्टीदार करते हैं प्रताड़ित
बताया जा रहा है कि बच्ची की चाची और कुछ पट्टीदारों ने अंधविश्वास के चलते उसकी मां को 'डायन' करार दे दिया। इसके बाद से वे लगातार उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। बच्ची जब मां को बचाने आगे आई, तो उसे भी पीट दिया गया। घटनाओं से आहत बच्ची ने किसी को कुछ बताए बिना घर से निकलने का फैसला किया। वह 13 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करके दुद्धी कोतवाली पहुंची।
पुलिस ने दिलाया भरोसा
दुद्धी कोतवाली पहुंचकर बच्ची ने पुलिस को पूरी जानकारी दी। पुलिस ने पहले उसे ढांढस बंधाया और फिर कार्रवाई का भरोसा दिया। बच्ची द्वारा लिखित शिकायत पत्र भी लिया गया है। एडिशनल एस पी त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है और जल्द उचित कदम उठाए जाएंगे।