Edited By Pooja Gill,Updated: 28 Dec, 2025 10:26 AM

Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर पूजा अनुष्ठान शनिवार को शुरू हो गए। प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ का मुख्य कार्यक्रम...
Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर पूजा अनुष्ठान शनिवार को शुरू हो गए। प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ का मुख्य कार्यक्रम 31 दिसंबर को होगा, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि होंगे। ये अनुष्ठान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ के नेतृत्व में बेंगलुरु विद्यापीठ से आए 15 वैदिक विद्वानों की उपस्थिति में किए जा रहे हैं।
कवच की स्थापना और हवन हुआ
शनिवार को एक कवच की स्थापना की गई और हवन किया गया। साथ ही भगवान की पालकी यात्रा भी इस परिसर में निकाली गई। स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ ने बताया कि अनुष्ठान के तहत तत्व हवन, एक तत्व कलश की पूजा, गणपति की पूजा और अन्य हवन किए गए। उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठा द्वादशी (31 दिसंबर) को राम लला का पंच रस से अभिषेक किया जाएगा, 56 भोग लगाया जाएगा और भजन एवं आरती की जाएगी। स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ ने बताया कि एक ढोल उत्सव भी होगा और रत्न जड़ित प्रतिमा स्थापित करने के लिए बैठकें की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि पिछली बार जो धार्मिक अनुष्ठान किए गए थे, वे सभी इस बार भी किए जाएंगे।
आरती के लिए पास जारी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में 22 जनवरी, 2024 को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। न्यास के एक अन्य सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर के लिए सभी वीआईपी पास एक जनवरी, 2026 तक जारी हो चुके हैं और पिछले एक महीने से अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद दर्शन की व्यवस्था पूरी तरह से सुगम है और आम दर्शन मार्ग से आ रहे श्रद्धालुओं को करीब आधे घंटे में दर्शन का अवसर मिल रहा है। मिश्रा ने बताया कि प्रतिदिन सीमित संख्या में पास जारी किए जाते हैं और दो घंटे के एक स्लॉट में कुल 400 पास निर्धारित हैं जो एक जनवरी तक जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि आरती के लिए भी सभी पास जारी हो चुके हैं।