तीन दिन से बसों की सूची लेकर घूम रहे हैं, आज फिर सौंपेंगे मुख्यमंत्री को सूची: कांग्रेस

Edited By PTI News Agency,Updated: 18 May, 2020 04:42 PM

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लखनऊ, 18 मई (भाषा) उत्तरप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा ने सोमवार को योगी आदित्यनाथ सरकार को गरीब मजदूर विरोधी करार दिया।

लखनऊ, 18 मई (भाषा) उत्तरप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा ने सोमवार को योगी आदित्यनाथ सरकार को गरीब मजदूर विरोधी करार दिया।
उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिये कांग्रेस द्वारा उपलब्ध कराई गयी बसों की सूची आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मांगी है। कांग्रेस नेताओं ने कहा, एक हजार बसों की सूची कांग्रेस पार्टी से मांगी गई है और हम आज एक हजार बसों की सूची मुख्यमंत्री को पहुंचायेंगे। यह सूची लेकर तीन दिनो तक उनसे मिलने का प्रयास किया लेकिन मुलाकात नहीं हो पायी।
लल्लू ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को प्रियंका गांधी ने 1000 बस चलाने की अनुमति मांगी थी। हम बाकायदा महासचिव का पत्र लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय गए लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेताओं ने 1000 बसों की सूची मीडिया को दिखाते हुए कहा कि हम आज मुख्यमंत्री को हम यह सूची सौंप देंगे और उनसे हम गुजारिश कर रहे हैं कि देश निर्माण में लगे मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार नहीं अपनाएं।

नेताओं ने कहा कि हमारे पास कई राज्यों में फंसे मजदूर भाई बहनों की सूची है हम उसे भी सरकार को सौंपकर उन्हें लाने की गुजारिश करेंगे।

उन्होंने कहा कि अगर उत्तरप्रदेश की सीमा में राज्य का श्रमिक गरीब मजदूर प्रवेश करता है और सड़क पर चल रहा है तो मुख्यमंत्री जी आपको किसकी अनुमति की जरूरत है कि बसों में उन्हें बैठाकर उनके घर तक सुरक्षित पहुंचायें। जब आप अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में सक्षम नहीं दिखाई दिये तब यह प्रस्ताव कांग्रेस पार्टी ने रखा, प्रियंका गांधी ने प्रस्ताव रखा कि हम 1000 बसें से उत्तर प्रदेश सरकार की अनुमति लेकर और निर्धारित सभी नियमों का पालन करते हुये इन श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचायेंगे।
कांग्रेस नेता मिश्रा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सोमवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे।
कांग्रेस विधानमंडल की नेता अराधना मिश्रा ने कहा, ‘‘ हमने एक जिम्मेदार दल का, जिम्मेदार विपक्ष का कर्तव्य निभाने का प्रस्ताव रखा। तीन दिनो तक उनसे मिलने का प्रयास किया लेकिन मुलाकात नहीं हो पायी। फिर भी आज मुख्यमंत्री ने मांगा है कि एक हजार बसों की सूची कांग्रेस पाटी दें तो आज हम इन बसों की सूची मुख्यमंत्री को पहुंचायेंगे।’’ उन्होंने कहा कि ''यह आप ही का वायदा तो था कि जो उत्तर प्रदेश के श्रमिक बाहर हैं उनको लेकर आयेंगे यह घोषणा आप ने ही की थी। 15 दिन बीत गये जब सरकार विफल हो गयी उन श्रमिको को यहां वापस लाने में तब श्रमिकों ने मजबूर होकर उन प्रदेशों से पैदल चलना शुरू कर दिया। ट्रको में अमानवीय वातावरण में मजबूरीवश वह वहां से चले। कोई साईकिल से आया। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण दृश्य आज उत्तर प्रदेश की सड़कों पर है। पर यह हमको दिखाई दे रहा है, मीडिया को दिखाई दे रहा है उत्तर प्रदेश की जनता को दिखाई दे रहा है पर क्या यह मुख्यमंत्री और उनकी सरकार को नहीं दिखाई दे रहा है।'' कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू ने कहा कि ''उससे भी ज्यादा जरूरी है कि कल पांच सौ से ज्यादा बसें मौजूद थी उत्तरप्रदेश राजस्थान सीमा पर। जिसे सबने देखा भी लेकिन मुख्यमंत्री जी ने नहीं देखा। उत्तर प्रदेश के मजदूरों का मखौल उड़ाया है हम यह सूची मुख्यमंत्री को देंगे अगर वह इजाजत देंगे तो उत्तरप्रदेश में कांग्रेस पार्टी एक हजार बसें अपने खर्चे पर चलायेंगी और इन मजदूरों को सुरक्षित घर तक पहुंचायेगी ।हम गरीबो को मजदूरों को महिलाओं बच्चों को सड़क पर पैदल चलता नहीं देख सकते है।'' लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के पास बसें और वास्तव में वह कामगार मजदूरों को वापस उनके जिले ले जाना चाहती हैं तो गाजियाबाद सीमा पर दिल्ली में हजारों की संख्या में लोग जुटे हुये हैं। राजस्थान सीमा पर हजारों की संख्या में लोग जुटे हैं अगर सरकार के पास बसें है तो हमारे उन भाइयों को जो उत्तरप्रदेश के निवासी है उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम राजनीति की दृष्टि से इन बसों को नहीं देना चाहते थे हम सेवा की भावना से देना चाहते थे। पहले दिन से राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी और पार्टी के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी लगातार सरकार से कहते रहे कि हम संकट की घड़ी में सेवा भाव से सरकार के साथ हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस वैश्विक महामारी में हम लगातार जनता की सेवा कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में हमने 60 लाख से अधिक लोगों की राशन-खाना देकर मदद किया। सात लाख से अधिक प्रदेश से बाहर फंसे बहन-भाइयों की मदद किया गया। प्रदेश के 22 जिलों में हम रसोईघर चला रहे हैं। बिना खाये-पीयें आ रहे देश निर्माता मजदूर भाई-बहनों के लिए राजमार्ग पर 40 स्टॉल्स लगाकर खाना, पानी, गुड़, चना और नाश्ता बांट रहे हैं।


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