Edited By Anil Kapoor,Updated: 30 Mar, 2025 09:35 AM

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में सौरभ राजपूत की बेरहमी से हत्या करने के आरोपी साहिल और मुस्कान को लेकर एक नया खुलासा सामने आया है। सौरभ के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उनका कहना है कि साहिल और मुस्कान को मुलाहिजा बैरक से...
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में सौरभ राजपूत की बेरहमी से हत्या करने के आरोपी साहिल और मुस्कान को लेकर एक नया खुलासा सामने आया है। सौरभ के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उनका कहना है कि साहिल और मुस्कान को मुलाहिजा बैरक से अंदर शिफ्ट किया गया है और अब उन्हें जेल में कोई काम नहीं करना पड़ रहा है।
जेल में मदद की बात आई सामने
मिली जानकारी के मुताबिक, सौरभ के परिवार ने आरोप लगाया कि साहिल को जेल में काम से मुक्त रखने के लिए जेल के लंबरदारों और बंदी रक्षकों ने पैसे इकट्ठा किए थे। इसी तरह मुस्कान को भी जेल में किसी काम में शामिल नहीं किया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि यह सब जेल प्रशासन की मदद से किया जा रहा है, और उन्होंने दोनों को पूर्वांचल की जेलों में शिफ्ट करने की मांग की है। वहीं बीते शनिवार को साहिल और मुस्कान को मुलाहिजा बैरक से शिफ्ट करके, साहिल को 18ए बैरक और मुस्कान को महिला बैरक में भेज दिया गया है। दोनों की गिनती भी अब काट दी गई है, जिसका मतलब है कि अब इन दोनों को जेल में कोई काम नहीं करना पड़ेगा। जेल में गिनती कटने का मतलब है कि बंदी को जेल में किसी काम में शामिल नहीं किया जाता, इसके लिए पैसे जमा किए जाते हैं।
सौरभ के परिजनों ने CM पोर्टल पर की शिकायत
बताया जा रहा है कि सौरभ की मां रेणू ने इस मामले पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि जेल के लंबरदार और बंदी रक्षक खुद ही साहिल की गिनती काटने के लिए पैसे जमा कर रहे हैं, और मुस्कान के लिए भी ऐसा ही किया गया है। उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन पूरी तरह से दोनों हत्यारोपियों की मदद कर रहा है। इसलिए, सौरभ के परिवार ने CM पोर्टल पर जेल अधीक्षक वीरेश राज के खिलाफ शिकायत की है। परिवार का कहना है कि किसके इशारे पर जेल अधीक्षक दोनों हत्यारोपियों को मदद दे रहे हैं, इसकी जांच होनी चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए। परिवार ने यह भी मांग की है कि साहिल और मुस्कान को अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया जाए।
जेल अधीक्षक का बयान
इस मामले पर जेल अधीक्षक वीरेश राज ने कहा कि जेल नियमावली के अनुसार ही दोनों बंदियों की मदद की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि यदि दोनों ने वकील की मांग की थी तो उन्हें सरकारी वकील मुहैया कराए गए हैं। गिनती कटाई के लिए जो रकम जमा की गई है, उसके बारे में पता लगाया जा रहा है।
जेल में साहिल और मुस्कान ने की ये मांग
साहिल और मुस्कान लगातार जेल प्रशासन से आपस में मिलने की मांग कर रहे हैं। वे बंदी रक्षकों से बार-बार यह गुहार लगा चुके हैं कि उन्हें आपस में मिलने का मौका मिले। जेल प्रशासन ने बताया कि फिलहाल दोनों को अलग रखा गया है, और अभी तक उन्हें एक-दूसरे से मिलने की अनुमति नहीं दी गई है। मुस्कान से अभी तक कोई उनका परिचित मिलने नहीं आया है, जबकि साहिल से एक बार उनकी दादी पुष्पा ने मुलाकात की थी। यह मामला अब एक बड़ा सवाल बन गया है कि जेल प्रशासन किस तरह से आरोपी हत्यारोपियों को मदद दे रहा है, और क्या इस पर कोई ठोस कार्रवाई की जाएगी?