बहराइच में आदमखोर भेड़िए का कहर! एक साल की मासूम को उठाकर गन्ने के खेत में ले गया—ग्रामीणों में दहशत और सर्च ऑपरेशन जारी

Edited By Anil Kapoor,Updated: 13 Dec, 2025 12:39 PM

man eating wolf terrorizes bahraich carries away a one year old innocent child

Bahraich News: उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के कैसरगंज इलाके में आदमखोर भेड़िए का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार तड़के एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब एक भेड़िया घर के बरामदे में सो रही एक साल की मासूम बच्ची को जबड़े में दबोचकर......

Bahraich News: उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के कैसरगंज इलाके में आदमखोर भेड़िए का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार तड़के एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब एक भेड़िया घर के बरामदे में सो रही एक साल की मासूम बच्ची को जबड़े में दबोचकर गन्ने के खेत की ओर भाग गया। कई घंटे बीत जाने के बाद भी बच्ची का कोई सुराग नहीं मिल सका है। वन विभाग और पुलिस की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है।

भेड़िए ने उठाई मासूम बच्ची
यह घटना कैसरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम गोडहिया नंबर-4 के मजरा जरूवा की है। यहां रहने वाले राम कुमार की एक साल की बेटी आरवी अपनी मां राम कुमारी के साथ घर के बाहर बरामदे में सो रही थी। देर रात अचानक भेड़िए ने हमला कर दिया और बच्ची को उठाकर ले गया। बच्ची की चीख सुनकर मां की नींद खुली और उसने शोर मचाया। आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़े और भेड़िए का पीछा किया, लेकिन वह बच्ची को लेकर गन्ने के खेतों में गायब हो गया।

पुलिस और वन विभाग ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही कैसरगंज थाना प्रभारी बृजेंद्र मिश्रा और रेंजर ओंकार यादव वन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से खेतों और आसपास के जंगल इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू किया गया। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक मासूम बच्ची का कोई पता नहीं चल सका था। रेंजर ओंकार यादव ने बताया कि जंगली जानवर के हमले की सूचना पर टीम तुरंत मौके पर पहुंची और हर संभावित जगह पर तलाश जारी है।

5 दिन पहले भी हुई थी ऐसी घटना
गौर करने वाली बात यह है कि इसी इलाके में सिर्फ 5 दिन पहले भी भेड़िए ने एक मासूम बच्चे को उठा लिया था। कई घंटे बाद उस बच्चे के शरीर के कुछ अवशेष खेत में मिले थे। लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों में डर और गुस्सा दोनों बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीणों में डर और सवाल बरकरार
लोगों का सवाल है कि आखिर कब तक मासूम बच्चे आदमखोर भेड़ियों का शिकार बनते रहेंगे और प्रशासन व वन विभाग कब इस इलाके में भेड़ियों के आतंक पर पूरी तरह काबू पाएगा। फिलहाल सभी की नजरें सर्च ऑपरेशन पर टिकी हैं और मासूम की सुरक्षित बरामदगी की दुआ की जा रही है।

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