Edited By Mamta Yadav,Updated: 14 Jul, 2022 05:11 PM

उत्तर प्रदेश के कानपुर में 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे की जांच कर रही एसआईटी ने 3 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक कुल 22 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। एसआईटी द्वारा 3 आरोपितों की पहली गिरफ्तारी घाटमपुर से करने के बाद सिख...
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे की जांच कर रही एसआईटी ने 3 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक कुल 22 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। एसआईटी द्वारा 3 आरोपितों की पहली गिरफ्तारी घाटमपुर से करने के बाद सिख विरोधी दंगे में 38 साल बाद पीड़ितों को न्याय की उम्मीद जागी है।
बता दें कि कानपुर में हुए सिख विरोधी दंगे की जांच एसआईटी ने 3 साल पहले शुरू की थी। जांच पूरी होने के बाद दंगे के 127 मृतकों के परिवारों को इंसाफ मिलने की उम्मीद जागी है। जांच में 14 मुकदमों में गवाह मिल गए हैं और नौ मुकदमों में चार्जशीट लगाई जानी है। एसआईटी को चिह्नित 94 आरोपितों में 74 जिंदा मिले हैं और 20 की मौत हो चुकी है। अबतक 147 गवाहों के बयान लिये गए हैं।
इनकी हुई गिरफ्तारी :-
- चंद्र प्रताप सिंह पुत्र शिवप्रताप सिंह निवासी जी बी ब्लॉक पनकी, उम्र 67 वर्ष।
- गुड्डू उर्फ अनिल निगम पुत्र रामभजन निगम निवासी B ब्लाक पनकी व मूल निवासी बांदा, उम्र 61 वर्ष।
- रामचंद्र पाल पुत्र सय्यदीन पाल निवासी दबौली कानपुर, उम्र 66 वर्ष।