Edited By Ajay kumar,Updated: 30 Mar, 2023 07:31 PM

उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस को लेकर पनपा विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। रामचरितमानस के पन्नों को फाड़ने और जलाने के मामले में तीन और लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश में रामरचितमानस को लेकर पनपा विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। रामचरितमानस के पन्नों को फाड़ने और जलाने के मामले में तीन और लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

लखनऊ पुलिस ने रामचरितमानस के अपमान के आरोप में 9 लोगों पर दर्ज किया था FIR
बता दें कि लखनऊ पुलिस ने 30 जनवरी को रामचरितमानस के अपमान के आरोप में नौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। एनएसए दो आरोपियों मोहम्मद सलीम और सतेंद्र कुशवाहा पर 5 फरवरी को लगाया गया था। एफआईआर में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम भी जोड़ा गया है। पुलिस ने अब तीन और आरोपियों देवेंद्र सिंह, यशपाल सिंह और सुरेश सिंह यादव के खिलाफ रासुका लगाया है।

NSA सलाहकार बोर्ड से मंजूरी के बाद तीनों पर लगाया गया NSA
पूर्वी जोन के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) सैयद अली अब्बास ने कहा, एनएसए सलाहकार बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद तीनों पर एनएसए लगाया गया है। सलाहकार बोर्ड में जिला मजिस्ट्रेट, लखनऊ पुलिस आयुक्त और एक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश शामिल हैं। एडीसीपी ने कहा कि, एसजीपीजीआई थाने में दर्ज मामले में एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 लोगों को नामजद किया गया है।

रामचरितमानस को लेकर क्या कहा था सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने?
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद ने इससे पहले कहा था कि रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि इन चौपाइयों में आपत्तिजनक अंश, जिसमें महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ों को सामाजिक, धार्मिक स्तर पर अपमानित होना पड़ता है। जिसके बाद मौर्य हिन्दू संगठनों, कई नेताओं और साधू संतों के निशाना पर आ गए थे। इतना ही नहीं कई हिन्दू संगठनों की तरफ से उनकी गर्दन काटने पर इनाम भी रखा गया।