Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 04 Dec, 2021 04:35 PM

यूपी के अयोध्या में 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी को देखते हुए हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। गुरुवार को डायल-112 पर राम नगरी में बम धमाके की धमकी दी गई थी। जिसके बाद से राम नगरी के रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में निगरानी की जा रही है...
अयोध्या: यूपी के अयोध्या में 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी को देखते हुए हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। गुरुवार को डायल-112 पर राम नगरी में बम धमाके की धमकी दी गई थी। जिसके बाद से राम नगरी के रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में निगरानी की जा रही है। वहीं अब बाबरी मस्जिद की बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी है। जिसके चलते होटल और लॉज में तलाशी ली जा रही है। लोगों को किसी भी तरह की अफवाह से बचने की सलाह दी गई है। वहीं, सोशल मीडिया पर भी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

वहीं अब बाबरी मस्जिद से जुड़े पक्षकार भी कहते हैं कि अब ना तो 6 दिसंबर को काला दिवस मनाने की जरूरत है और ना ही ऐसा कुछ करना चाहिए। हिंदुस्तान में मंदिर और मस्जिद के नाम पर विवाद नहीं होना चाहिए, लेकिन जब चुनाव आता है तो लोगों को बरगलाया जाता है, जबकि इस तरह के चुनावी हथकंडे इस्तेमाल करने के बजाए विकास के मुद्दे पर बात होनी चाहिए।
इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला कर दिया है और 9 नवंबर को फैसला हो चुका है। अब हमारे यहां मुस्लिम फैसले को मान चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया और अयोध्या सहित पूरे हिंदुस्तान में रहा सुकून रहा। हम यही चाहते हैं कि मुसलमानों की तरफ से कहीं कोई काला दिवस नहीं मनाया जाए। 6 दिसंबर को कहीं कोई प्रोग्राम नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम यह चाहते हैं कि हिंदुस्तान में मंदिर और मस्जिद के नाम पर शांति होनी चाहिए। योगी जी की सरकार ठीक चल रही है। लोग विकास की बात करें, रोजगार की बात करें। अयोध्या में विकास की बहुत बड़ी कमी थी। आज भी कमी है तो लोग विकास की बात करें ना कि मंदिर-मस्जिद, जात-धर्म की बात। इससे पब्लिक गुमराह होती है और जब भी इलेक्शन आता है तो धर्म के नाम पर लोगों को बरगलाया जाता है।