Edited By Ramkesh,Updated: 30 Dec, 2025 08:08 PM

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई ब्राह्मण विधायकों की बैठक को लेकर प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की कड़ी चेतावनी के बाद बैठक के मेजबान कुशीनगर से पार्टी विधायक पी.एन. पाठक सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं। पिछले सप्ताह संपन्न हुए राज्य विधानमंडल के...
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई ब्राह्मण विधायकों की बैठक को लेकर प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की कड़ी चेतावनी के बाद बैठक के मेजबान कुशीनगर से पार्टी विधायक पी.एन. पाठक सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं। पिछले सप्ताह संपन्न हुए राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान 23 दिसंबर को पाठक के लखनऊ स्थित आवास पर मुख्य कार्यक्रम में भाजपा के लगभग 40 ब्राह्मण विधायक एकत्र हुए थे। ब्राह्मण विधायकों की बैठक के खिलाफ नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने आपत्ति जताते हुए भविष्य को लेकर सख्त चेतावनी दी थी और इस प्रकार की बैठकों से बचने की सलाह दी थी।
पाठक ने सोमवार को 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "सनातन परंपरा में ब्राह्मण को समाज का मार्गदर्शक, विचारक और संतुलनकर्ता माना गया है। जहां ब्राह्मण एकत्र होता है, वहां ज्ञान, विवेक और चिंतन का मंथन होता है, जो हिंदू अस्मिता को सशक्त बनाता है। उसका धर्म समाज को जोड़ना है, विभाजन नहीं।" पाठक ने हालांकि अपने इस पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया लेकिन इसे ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर सवाल उठाए जाने पर प्रतिक्रिया के तौर पर देखा गया। इससे पहले, रविवार को किए गए एक पोस्ट में पाठक ने मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) को न केवल ब्राह्मण बल्कि पूरे हिंदू समाज का विरोधी बताया और भाजपा की सराहना की।
उन्होंने कहा, "समाजवादी पार्टी का इतिहास ब्राह्मणों ही नहीं, पूरे हिंदू समाज और सनातन परंपराओं के प्रति अपमान, तुष्टीकरण और अराजकता से भरा रहा है। सपा की नीतियों ने भय और असुरक्षा का वातावरण फैला कर प्रदेश का माहौल विषाक्त करने की लगातार कोशिश की, वे आज भरोसे की बात कर रहे हैं।" पाठक ने कहा, "उत्तर प्रदेश की सम्मानित जनता इस तथ्य को जानती है कि सिर्फ भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही हिन्दू अस्मिता और सनातन की अद्भुत परंपरा को संरक्षित करने के प्रति कृतसंकल्पित है।
विगत 23 दिसंबर को कुशीनगर से भाजपा विधायक पी.एन. पाठक के लखनऊ स्थित आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा के ब्राह्मण समाज के विधायकों की बैठक हुई थी। इसमें पूर्वांचल और बुंदेलखंड के करीब 40 विधायकों ने हिस्सा लिया था। बैठक को लेकर हो रही चर्चाओं के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने 25 दिसंबर की रात जारी एक बयान में पार्टी विधायकों को चेतावनी दी थी। चौधरी ने बयान में इस बैठक का जिक्र करते हुए दो टूक कहा, "भविष्य में अगर भाजपा के किसी जनप्रतिनिधि द्वारा इस तरह की गतिविधियों को दोहराया गया, तब ऐसी स्थिति में उसे पार्टी के संविधान के अनुरूप अनुशासन हीनता माना जाएगा।
चौधरी ने अपने बयान में किसी का नाम लिए बगैर कहा था, "मीडिया में प्रसारित एक कथित समाचार के अनुसार पिछले दिनों विधानसभा सत्र के दौरान कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा विशेष भोज का आयोजन किया गया था जिसमें अपने समाज को लेकर चर्चा की गई।" भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि ऐसी कोई भी गतिविधि पार्टी की संवैधानिक परंपराओं के अनुकूल नहीं है और इससे समाज में गलत संदेश प्रसारित होता है।
चौधरी ने कहा कि भाजपा सिद्धांतों और आदर्शों पर आधारित राजनीतिक दल है तथा भाजपा और उसके कार्यकर्ता परिवार या वर्ग विशेष को लेकर राजनीति करने में विश्वास नहीं करते हैं। पाठक की बैठक में भाजपा के विधान परिषद सदस्य उमेश द्विवेदी भी शामिल हुए थे। संपर्क करने पर द्विवेदी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया था कि वह बैठक अनौपचारिक थी लेकिन अगर पार्टी नहीं चाहती है और उसे लगता है कि इससे पार्टी को कोई फायदा नहीं होगा तो वह ऐसी बैठकों से दूर रहेंगे। द्विवेदी ने कहा, "हम पार्टी के साथ हैं और उसके निर्देशों का पूरी तरह पालन करेंगे।