Edited By Ramkesh,Updated: 04 May, 2025 06:12 PM

जिला प्रशासन ने छात्रों को खास पुस्तक विक्रेताओं से किताबें खरीदने के लिए मजबूर करने और सरकार के नियमों का उल्लंघन कर निजी प्रकाशकों की पाठ्यपुस्तकों का इस्तेमाल करने के मामले में 33 निजी स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
संभल: जिला प्रशासन ने छात्रों को खास पुस्तक विक्रेताओं से किताबें खरीदने के लिए मजबूर करने और सरकार के नियमों का उल्लंघन कर निजी प्रकाशकों की पाठ्यपुस्तकों का इस्तेमाल करने के मामले में 33 निजी स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
सीबीएसई और आईसीएसई से संबद्ध कर रहे थे नियमों की अनदेखी
संभल के जिलाधिकारी (डीएम) राजेंद्र पेंसिया के हवाले से रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, जिले में संचालित सीबीएसई और आईसीएसई से संबद्ध स्कूलों में इस्तेमाल की जा रही पाठ्यपुस्तकों की जांच की गयी और इसमें पाया गया कि 33 स्कूल या तो निजी प्रकाशकों की पाठ्यपुस्तकों का इस्तेमाल करा रहे थे या छात्रों को केवल निर्दिष्ट पुस्तक विक्रेताओं से किताबें खरीदने के लिए मजबूर कर रहे थे।
33 स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना
बयान के मुताबिक, इसे उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम, 2018 का उल्लंघन माना गया और 33 स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। बयान में कहा गया है कि जिला प्रशासन ने स्कूलों को एक सप्ताह के भीतर जुर्माना जमा करने और रसीद जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) को सौंपने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने कहा कि अनुपालन न करने की स्थिति में आगे की कार्रवाई की जा सकती है।