Edited By Anil Kapoor,Updated: 14 Dec, 2025 06:32 AM

Bahraich News: बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे एक दर्दनाक घटना सामने आई, जब एक भेड़िया एक वर्षीय मासूम बच्ची को उसकी मां के पास से उठाकर ले गया और......
Bahraich News: बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे एक दर्दनाक घटना सामने आई, जब एक भेड़िया एक वर्षीय मासूम बच्ची को उसकी मां के पास से उठाकर ले गया और उसकी जान ले ली। बताया गया कि बच्ची अपनी मां के साथ घर में सो रही थी। अचानक भेड़िया वहां पहुंचा और बच्ची को मुंह में दबाकर पास के गन्ने के खेत में ले गया। बच्ची की चीख सुनकर मां शोर मचाते हुए पीछे दौड़ी, लेकिन तब तक भेड़िया काफी दूर निकल चुका था।
तलाश के बावजूद नहीं बच सकी बच्ची
घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। आसपास के लोग टॉर्च और मोबाइल की रोशनी लेकर गन्ने के खेतों में बच्ची की तलाश करने लगे, लेकिन भेड़िया का कोई सुराग नहीं मिल पाया। कुछ घंटों बाद बच्ची के शरीर के अवशेष और कपड़े बरामद किए गए, जिससे पूरे इलाके में मातम छा गया।
रेत में मिले पैरों के निशान बने सुराग
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। डीएफओ (वन प्रभाग अधिकारी) के अनुसार, घटनास्थल से नदी की रेत की ओर भेड़िया के पैरों के निशान मिले, जिसके आधार पर कांबिंग ऑपरेशन शुरू किया गया। ड्रोन कैमरे की मदद से भेड़िया की लोकेशन का पता लगाया गया और शाम होते-होते वन कर्मियों ने उसे गोली मारकर ढेर कर दिया। यह बहराइच में मारा गया पांचवां आदमखोर भेड़िया है।
तीन महीने से दहशत में गांव
कैसरगंज थाना क्षेत्र के मंझारा तौकली, गोड़हिया नंबर एक, दो, तीन और चार समेत आसपास के कई गांवों में पिछले तीन महीनों से भेड़ियों का आतंक बना हुआ है। 10 सितंबर को भेड़िया के हमले में पहली मासूम की मौत हुई थी। इसके बाद लगातार हमले होते रहे। अब तक इन आदमखोर भेड़ियों के हमले में नौ मासूम बच्चों और एक बुजुर्ग दंपत्ति की जान जा चुकी है। 28 और 29 नवंबर तथा 7 दिसंबर को भी भेड़िया हमले की घटनाएं सामने आई थीं।
सुरक्षा बढ़ाने में जुटा प्रशासन
लगातार हो रही घटनाओं के बाद वन विभाग और पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है। ग्रामीणों को रात में सतर्क रहने, बच्चों को अकेला न छोड़ने और रोशनी की व्यवस्था रखने की अपील की जा रही है। इसके साथ ही बचे हुए भेड़ियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन भी जारी है।