Edited By Anil Kapoor,Updated: 25 Aug, 2025 03:00 PM

Agra News: उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के फुलहटी चौराहा पर स्थित रुक्मणि देवी मॉडल उच्च माध्यमिक विद्यालय की हालत बेहद खराब है। इस सरकारी स्कूल में लगभग 100 बच्चे नामांकन तो हैं, लेकिन रोजाना पढ़ाई के लिए केवल 10 से 12 छात्र ही आते हैं। स्कूल का भवन...
Agra News: उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के फुलहटी चौराहा पर स्थित रुक्मणि देवी मॉडल उच्च माध्यमिक विद्यालय की हालत बेहद खराब है। इस सरकारी स्कूल में लगभग 100 बच्चे नामांकन तो हैं, लेकिन रोजाना पढ़ाई के लिए केवल 10 से 12 छात्र ही आते हैं। स्कूल का भवन जर्जर स्थिति में है, जिससे बच्चों का पढ़ाई पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
क्लासरूम नहीं, बरामदे में पढ़ाया जाता है बच्चों को
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, विद्यालय में कक्षा 1 से 10 तक पढ़ाई होती है, लेकिन बच्चों को बैठने के लिए क्लासरूम नहीं मिलते। उन्हें बरामदे में बैठाकर पढ़ाया जाता है। यहां ब्लैकबोर्ड भी टेबल पर रखा हुआ है क्योंकि क्लासरूम उपलब्ध नहीं हैं। इस वजह से बच्चों और अभिभावकों का विश्वास टूटा हुआ है और इसलिए बच्चे कम आते हैं।
किराए के भवन में चलता स्कूल, रोज आते हैं 13 बच्चे
विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद चाहर ने बताया कि यह स्कूल कई सालों से किराए के भवन में संचालित हो रहा है। यहां कुल 9 शिक्षक, एक चौकीदार और एक चपरासी सहित 16 कर्मचारी तैनात हैं। प्रधानाचार्य ने कहा कि खराब भवन की वजह से बच्चे कम आ रहे हैं, लेकिन वे बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। 21 अगस्त को सिर्फ 13 बच्चे स्कूल में उपस्थित थे।
खराब हालत के कारण बच्चे स्कूल नहीं आते: डीआईओएस
जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) विश्व प्रताप सिंह ने बताया कि स्कूल की खराब स्थिति और क्लासरूम की कमी के कारण बच्चे विद्यालय नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इस समस्या पर स्टाफ का वेतन रोक दिया गया था और व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए सख्त निर्देश दिए गए थे।
निरीक्षण के बाद होगी कार्रवाई, रोका हुआ है निर्माण कार्य
डीआईओएस ने बताया कि वे जल्द ही स्कूल का निरीक्षण करेंगे और यदि स्कूल की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में यह विद्यालय किराए के भवन में चल रहा है और इसका मामला उच्च न्यायालय में लंबित है। इसलिए तब तक स्कूल परिसर में कोई निर्माण कार्य नहीं हो सकता।