Edited By Anil Kapoor,Updated: 22 Aug, 2025 09:11 AM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह रोहिंग्या, बांग्लादेशी, नेपाली और अन्य विदेशी नागरिकों के लिए नकली आधार कार्ड और भारतीय पहचान पत्र बनाता था। इस मामले में 8...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह रोहिंग्या, बांग्लादेशी, नेपाली और अन्य विदेशी नागरिकों के लिए नकली आधार कार्ड और भारतीय पहचान पत्र बनाता था। इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से फर्जी दस्तावेज बनाने वाले उपकरण, मोबाइल, लैपटॉप और भारी मात्रा में नकली आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र आदि भी जब्त किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपी और उनका नेटवर्क
एटीएस ने आजमगढ़ से मोहम्मद नसीम, मोहम्मद शाकिब और विशाल कुमार, मऊ से हिमांशु राय और मृत्युंजय गुप्ता, गाजियाबाद से सलमान अंसारी, औरैया से गौरव कुमार गौतम और गोरखपुर से राजीव तिवारी को गिरफ्तार किया है। ये गिरोह उत्तर प्रदेश के कई जिलों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, बिहार और दिल्ली-एनसीआर में भी सक्रिय था।
गिरोह की कार्यप्रणाली
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह जन सेवा केंद्रों का गलत इस्तेमाल कर रहा था। ये केंद्र अवैध विदेशी नागरिकों के लिए फर्जी आधार कार्ड बनाते थे। गिरोह ने वीपीएन और रिमोट एक्सेस सिस्टम की मदद से आधार डेटाबेस में छेड़छाड़ की, ताकि सुरक्षा जांच को धोखा दिया जा सके। नकली आधार कार्ड से पासपोर्ट, आवासीय प्रमाण पत्र और अन्य भारतीय दस्तावेज बनाए जा रहे थे।
सरकारी योजनाओं का गलत फायदा
जांच में पता चला है कि अवैध विदेशी नागरिक इन नकली दस्तावेजों से सरकारी योजनाओं का भी फायदा उठा रहे थे। गिरोह इस काम के लिए मोटा पैसा वसूलता था। इसके पीछे दलालों का भी हाथ था, जो अवैध लोगों को जन सेवा केंद्र संचालकों से जोड़ते थे।
बरामद सामग्री और जांच
एटीएस ने छापेमारी में नकली आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, फिंगरप्रिंट स्कैनर, लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्य भी पकड़े जा सकें। एटीएस अधिकारी ने कहा कि यह गिरोह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है और इस पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा
फर्जी आधार कार्ड से अवैध विदेशी नागरिक ना सिर्फ भारत में रह रहे थे, बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर और पासपोर्ट बनवाकर देश की सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर कर रहे थे। पुलिस ने कहा है कि वह ऐसे सभी संदिग्ध जन सेवा केंद्रों की भी जांच कर रही है और इस प्रकार के गिरोहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।